द फॉलोअप डेस्क
अयोध्या राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थायी सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है। बिहार बीजेपी ने अपने एक्स हैंडल पर इस खबर की पुष्टि की है। उनका पार्थिव शरीर दोपहर 2 बजे तक पटना एयरपोर्ट लाया जाएगा, जिसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में अंतमि दर्शन के लिए रखी जाएगी।
बिहार बीजेपी ने कामेश्वल चौपाल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि वे राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता और विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे। उन्होंने अपना पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित किया। पार्टी ने उनके निधन को सामाजिक क्षति बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कामेश्वर चौपाल ने दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पहले कारसेवक माने जाते थे। बिहार की राजनीति में उनका कद काफी बड़ा था, और उनकी साफ-सुथरी छवि के कारण वे लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थे।
कामेश्वर चौपाल मूल रूप से बिहार के सहरसा जिले के रहने वाले थे। 9 नवंबर 1989 को, जब राम मंदिर की पहली ईंट रखी गई थी, तब यह सम्मान उन्हें मिला था। उस समय वे विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता थे और राम मंदिर आंदोलन में पूरी तरह समर्पित थे।