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कलाम अंसारी ने मुंतजीर अहमद रजा की जल्द गिरफ्तारी के लिए राज्यपाल को लिखा पत्र, दिया धरना

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द फॉलोअप डेस्क:
अनगड़ा थाना क्षेत्र के सीताडीह गांव के पास रेलवे ट्रैक पर 26 सितंबर 2022 को सिकिदिरी थाना क्षेत्र के कुटे निवासी मो.कलाम अंसारी का दोनों पैर काटने के मामले सामने आया था। अब आरोपी मुंतजिर अहमद रजा की जल्द गिरफ्तारी के लिए कलाम अंसारी ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। पत्र में आरोप लगाते हुए लिखा हुआ है कि मुख्य अभियुक्त मुंतजीर अहमद रजा और उनके गुर्गों द्वारा मुझे अपहृत कर अनगड़ा थाना क्षेत्र के सीताडीह रेलवे ट्रेक में ले जाया गया। जिसके बाद चापड़ से मेरा दोनों पैर काट दिया गया। फिर रेलवे लाईन में मुझे सुलाकर, मृत समझकर सभी अहरणकर्ता भाग गये। अपने प्रयास और स्थानीय लोगों के सहयोग से मुझे पहले रिम्स फिर गुलमोहर हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। ईलाज के बाद भी जख्म ठीक नहीं हुआ है। मैं शत-प्रतिशत विक्लांग हो चुका हूं। इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहा हूं। मैं कोर्ट में 164 का फर्द बयान दर्ज करा चुका हूं।


परिवार के लोगों को प्रत्येक दिन धमकी दिया जा रहा
पत्र में आगे लिखा गया है मुख्य अभियुक्त मुंतजीर अहमद रजा भू-माफिया के साथ अपराध कर्मियों का सरगना है। स्थानीय पुलिस प्रशासन में धाक जमा हुआ है। मैं जब केस आईओ विवेक कुमार से गिरफ्तारी के संबंध में पूछता  हूं तो वो कहते है कि क्या आपको अभियुक्त का लोकेशन पता है? मैं अपंग आदमी दूसरे के सहारे उठाया-बैठाया जाता हूं। कहां से अभियुक्त का मोबाईल लोकेशन दे सकता हूं? जबकि पुलिस प्रशासन के पास सभी आधुनिक सयंत्र उपलब्ध है। मैं संबंधित सभी नीचे से लेकर उच्च अधिकारियों से फरियाद कर चुका हूं। जिसका छायाप्रति आवेदन के साथ संलग्न है। मुझे एवं मेरे परिवार के लोगों को प्रत्येक दिन धमकी दिया जा रहा है कि केस उठाओं नही तो तुम्हारा तो पैर काटा हूं, पूरे परिवार को जान से मार दूंगा। कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। 


पहले भी कई आवेदन दे चुका है पीड़ित
अपंग होकर कलाम अंसारी जीवन यापन को बेबस न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। उनका कहना है कि उसके परिवार वालों को अभियुक्तों द्वारा बार-बार गवाहों को प्रभावित करने के लिए डराया और धमकाया जा रहा है। इस संबंध में रांची एसएसपी, ग्रामीण आरक्षी अधीक्षक, सिकिदरी थाना प्रभारी और मुख्यमंत्री कल्याण कोषांक को लिखित आवेदन दिया जा चुका है। हालांकि अब तक कोई ठोस कार्रवाई पुलिस प्रशासन ने नहीं की है।