डेस्क:
सोशल मीडिया (Social Media) में इन दिनों जेएसएससी (JSSC) जेई स्कैम ट्विटर पर ट्रैंड कर रहा है। छात्रों का दावा है कि जेएसएसपी जेई परीक्षा करने का टेंडर झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने सेटवेट इंफोसोल चेन्नई नाम की निजी कंपनी को दिया था।
कंपनी ने बिनसैस टेक्नोलॉजी (दिल्ली) से परीक्षा का क्वेश्चन पेपर प्रिंट करवाया था। गौरतलब हैकि जेएसएसी जेई परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर हजारों की संख्या में अभ्यार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं।
उनकी मांग है कि ली गई परीक्षा को रद्द करके इसकी जांच कराई जाए और नये सिरे से परीक्षा का आयोजन हो।
3 जुलाई को हुआ था परीक्षा का आयोजन
गौरतलब है कि 3 जुलाई को जेएसएससी की परीक्षा का आयोजन किया गया था। राज्य में 8 साल के लंबे अतंराल के बाद परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा के जरिए जूनियर इंजीनियर की अलग-अलग फैकल्टी में कुल 1,289 पदों पर नियुक्ति होनी थी। इससे पहले महज 285 पदों पर ही वैकेंसी निकाली गई थी लेकिन बाद में 1004 पद बढ़ा दिए गये थे। पिछले साल 3 जुलाई को हुई परीक्षा में 4 लाख अभ्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। परीक्षार्थियों का आरोप है कि प्रश्न पत्र 1 घंटा पहले ही लीक हो गया था।
परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने का लगा आरोप
राजधानी रांची में इसका सबसे ज्यादा विरोध हो रहा है। अभ्यार्थी परीक्षा को रद्द कर इसकी जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि परीक्षा शुरू होने से 1 घंटा पहले ही प्रश्न पत्र लीक हो चुका था। परीक्षा के दौरान कई अभ्यार्थियों ने महज 4 से 5 सवालों को जवाब ही दिए तो कइयों ने खाली ओएमआर शीट ही जमा कर दी। आरोप है कि 1-1 सीट के लिए 20 से 25 लाख रुपये लिए गये हैं।
अभ्यार्थी लगातार परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। वहीं जेएसएससी का कहना है कि जांच करना उनका काम नहीं है। यदि किसी को शिकायत है तो वे पुलिस की मदद ले सकते हैं।