द फॉलोअप डेस्क, रांची:
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मंगलवार को झारखंड बीजेपी में जारी अंतर्कलह पर जमकर तंज किया। रांची सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ के झारखंड दौरे को लेकर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उन पर अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड में बीजेपी नेताओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल है। जहां भी उनकी समीक्षा बैठक होती है वहां विधि-व्यवस्था का संकट पैदा हो जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में दुमका और देवघर में जो कुछ हुआ, वह काफी वीभत्स है। देवघर विधायक के साथ गोड्डा सांसद से संपर्क रखने वाले आपराधिक किस्म के लोगों ने गाली गलौच और मारपीट किया।
उक्त घटनायें बताती हैं कि बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा क्या है। ये अब वह बीजेपी नहीं रही। केंद्रीय नेतृत्व में भी इसका असर दिख रहा है। चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति इसका प्रमाण है।
हिमंता बिस्वा सरमा की भाषा उन्मादी है!
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी ने झारखंड के चुनाव प्रभारी के रूप में शिवराज सिंह चौहान की नियुक्ति की है। हिमंता बिस्वा सरमा सह प्रभारी नियुक्त किए गये हैं। हिमंता के बयानों में उन्माद दिखता है। यही हाल बीजेपी के कार्यकर्ताओं का है। अपने ही नेताओं को गाली-गलौच करते हैं। समीक्षा बैठकों में हिस्सा लेने पहुंचे नेताओं संग धक्का-मुक्की की जाती है। राज्यसभा सांसद आदित्य साहू के साथ दुमका में बीजेपी के ही कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की कर दी। गढ़वा से गये बालमुकुंद सहाय संग गाली-गलौच किया। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी के अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देकर बैठकों में लाना चाहिए कि कैसे व्यवहार किया जाता है।
बीजेपी के साथी तो आपस में ही लड़ रहे!
झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि हम तो चाहते थे कि भारतीय जनता पार्टी, राज्य विधानसभा का चुनाव हमारे खिलाफ विपक्ष के रूप में लड़े लेकिन वे तो आपस में ही लड़ रहे हैं। बाबूलाल मरांडी प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनसे सवाल है कि आखिर वे प्रत्येक समीक्षा बैठक में खुद क्यों नहीं जाते? बीजेपी के ही नेता कहते हैं कि दुमका में हम मोदीजी की वजह से हारे। कितनी विडंबना की बात है कि बीजेपी के निर्वाचित विधायक सुरक्षित नहीं हैं। उनको अपने ही कार्यकर्ताओं से खतरा है। राजनीति किस रसातल में जा रही है? सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि निशिकांत दुबे बिहार से आकर झारखंड की एक संसदीय सीट से 4 बार चुनाव जीते हैं। इसके बाद मूलवासियों को पिटवाते हैं। यूपी और बिहार से गुंडे बुलाये जा रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि नारायण दास ने खुद ये दावा किया है।
बीजेपी रखती है बी और सी टीम, हम नहीं!
सुप्रियो भट्टाचार्य ने जयराम महतो को फंडिंग के सवाल पर कहा कि हमारी कोई बी या सी टीम नहीं है। हम एक ही टीम है। ऐसा काम केवल भारतीय जनता पार्टी ही करती है। विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट मिलकर 81 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। आजसू को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी का गठन जिस उद्देश्य से हुआ और जिस प्रकार से बाद में इसका सौदा हुआ। आज जो दिखा है, वह तो होना ही था।