गिरिडीहः
झामुमो के विधायकों पर ऐसा लग रहा है जैसे कोई काला साया मंडरा रहा हो, एक के बाद एक मुश्किलें जेएमएम के विधायकों पर आती जा रही है। खुद राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन कई मुश्किलों में फंसे हैं। इसके बाद मंत्री मिथिलेश ठाकुर, दुमका विधायक बसंत सोरेन, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ और अब उनके बाद गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। सुदिव्य कुमार के खिलाफ केन्द्रीय निर्वाचन आयोग(ईसी) को शिकायत की गई है।
संपत्ति की जानकारी नहीं दी गई
सुदिव्य कुमार पर आरोप है कि विधायक ने 2019 विधानसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र में अपनी व पत्नी के बारे में तथ्य छिपाए हैं। शिकायत सुनील महतो की तरफ से की गई है, जिन्होंने इस संबंध में ईसी को दो पत्र भेजे हैं। पहले पत्र में पत्नी श्वेता शर्मा की संपत्ति के बारे में तथ्य छिपाने का आरोप है। कहा गया है कि फॉर्म में अचल संपत्तियों के ब्योरे में सुदिव्य कुमार ने गैर कृषि भूमि के रूप में ग्राम महथाडीह अंचल गिरिडीह अंतर्गत दो भू खंड नहीं बताए हैं।
तथ्य छिपाने का आरोप
दूसरे पत्र में विधायक पर आरोप लगाया गया है कि कंपनियों के निदेशक होने के तथ्य को सुदिव्य कुमार ने छिपाया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि विधायक ने जानबूझ कर चुनाव आयोग से तथ्य छिपाई है। इसलिए उनकी सदस्यता खत्म की जाए।
शपथ पत्र में कुछ भी नहीं छिपाया
सुदिव्य कुमार ने कहा है कि यह शिकायत फर्जी है। उन्होंने अपने शपथ पत्र में किसी भी तथ्य को नहीं छिपाया है। निर्वाचन आयोग जब भी इस बारे में जवाब मांगेगा, वे अपना पक्ष आयोग को भेज देंगे।
जमीन धोखाधड़ी का भी मामला दर्ज
गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू समेत 21 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। प्राथमिकी जमीन संबंधी मामले में धोखाधड़ी व जालसाजी करने समेत एससी-एसटी अधिनियम के तहत दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी जमीन संबंधी मामले में धोखाधड़ी व जालसाजी करने के आरोप में दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डांडीडीह टोला भलगढहा निवासी गोविंद दास के द्वारा कोर्ट में दायर परिवाद पत्र के आधार पर दर्ज की गई है। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डांडीडीह टोला भलगढ़हा स्थित जमीन से संबंधित है।
इनके खिलाफ मामला दर्ज
मामला सुदिव्य कुमार सोनू के अलाना उद्योगपति सरदार गुणवंत सिंह सलूजा, उद्योगपति अमरजीत सिंह, गुणवंत के पुत्र हरेंद्र सिंह उर्फ गिन्नी, बलविन्दर सिंह, अमरजीत के पुत्र तरणजीत सिंह व सतविन्दर सिंह, धर्मेंद्र शर्मा, संजय शर्मा, नवीन चौरसिया, विकास चौरसिया, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, मुकेश साव, संजय साव, नितेश राम, अजय महतो, संदीप वर्मा, महतोडीह पिकेट के तत्कालीन प्रभारी, 01 फरवरी 2010 से पूर्व के तत्कालीन अंचलाधिकारी, अंचल निरीक्षक एवं राजस्व कर्मचारी और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू समेत अन्य अज्ञात 60-70 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।