द फॉलोअप डेस्क
बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इससे साफ हो गया है कि चमरा लिंडा लोहरदगा संसदीय सीट से अपनी ताल ठोकने की पूरी तैयारी में हैं। बता दें कि बीते कुछ दिनों से चर्चा थी कि चमरा लिंडा लोहरदगा से चुनावी रण में उतर सकते हैं। आज चमरा लिंडा ने नामांकन दाखिल कर इसपर मुहर लगा दी है। गौरतलब है कि लोहरदगा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने लोहरदगा से सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बीजेपी ने समीर उरांव पर दांव खेला है। अब चमरा लिंडा की एंट्री ने यहां मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।
बीजेपी प्रत्याशी समीर उरांव ने भी आज किया नामांकन
गौरतलब है कि बीजेपी की ओर से समीर उरांव ताल ठोक रहे हैं। बुधवार यानि आज उन्होंने भी गुजरात के सीएम की मौजूदगी में नामांकन का पर्चा भरा। तो वहीं दूसरी ओर गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत भी चुनावी रण में कूद चुके हैं। मगर वे अब भी पर्चा दाखिल नहीं किए हैं। वहीं इसके विपरीत लोहरदगा लोकसभा सीट में झामुमो के ही बिशनपुर विधायक चमरा लिंडा निर्दलीय लोकसभा में उतरकर सभी के नींद में खलल डाल दी है। चमरा लिंडा के इस कदम से लोहरदगा लोकसभा चुनावी माहौल और भी गरम हो गया है।
दिलचस्प हो जाएगा चुनाव
लोहरदगा लोकसभा सीट को लेकर बेहद रोचक स्थिति नजर आ रही है। चमरा लिंडा के निर्दलीय चुनाव लड़ने की स्थिति में चुनावी समीकरण बेहद दिलचस्प हो गया है। बता दें कि चमरा लिंडा गुमला जिले में आदिवासियों के बीच अच्छे पकड़ वाले नेता माने जाते हैं। विधानसभा के चुनाव में कई बार वे अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए अपना विजय का पताका फहरा चुके हैं। चमरा लिंडा ने साल 2004 में लोहरदगा लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से डॉक्टर रामेश्वर उरांव, भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रोफेसर दुखा भगत चुनाव मैदान में थे। साल 2004 का लोकसभा चुनाव लोहरदगा लोकसभा सीट से डॉ. रामेश्वर उरांव जीत गए थे। साल 2009 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुदर्शन भगत, कांग्रेस पार्टी की ओर से डॉ. रामेश्वर उरांव और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चमरा लिंडा चुनाव मैदान में थे। इस चुनाव को भारतीय जनता पार्टी के सुदर्शन भगत ने जीत लिया था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में फिर एक बार चमरा लिंडा चुनाव मैदान में थे। हालांकि तब वह ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुदर्शन भगत और कांग्रेस पार्टी की ओर से डॉ. रामेश्वर उरांव चुनाव मैदान में थे। इस चुनाव को सुदर्शन भगत ने बेहद करीबी मुकाबले में जीता था।
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