द फॉलोअप डेस्क, रांची:
गांडेय उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने दिलीप कुमार वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। 2019 में दिलीप वर्मा, झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर गांडेय सीट पर चुनाव लड़े थे। बीजेपी की तरफ से उम्मीदवारी के ऐलान के बाद, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तंज किया है। झामुमो ने कहा कि गांडेय सीट पर बीजेपी की उम्मीदवारी से ऐसा लगता है कि मानो, बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता केवल दरी बिछाने और कुर्सी सजाने के लिए ही रह गये हैं। ज्यादा से ज्यादा उनको पन्ना प्रमुख बना दिया जाता है। बता दें कि दिलीप कुमार वर्मा की 2019 के विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट पर जमानत जब्त हो गई थी। उनको बाबूलाल मरांडी का करीबी माना जाता है। फरवरी 2020 में झाविमो के बीजेपी में विलय के बाद वह भारतीय जनता पार्टी में आ गये थे। वे गिरिडीह में बीजेपी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे हैं।
आज गाँडेय में भाजपा (झाविमो) के उम्मीदवार का चयन देख
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) March 29, 2024
पुनः स्थापित हुआ कि:
भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता सिर्फ़
????????कुर्सी सजाने
????????दरी बिछाने
????????पन्ना प्रमुख बनाये जाने
के लिए रखे जाते हैं।
ऐसा लगता है की झारखंड में
झाविमो का भाजपा में विलय नहीं
बल्कि
भाजपा का झाविमो…
झारखंड मुक्ति मोर्चा का उम्मीदवारी पर तंज
गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव की खातिर बीजेपी उम्मीदवार के रूप में दिलीप कुमार वर्मा के नाम की घोषणा के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर तंज भरा पोस्ट किया था। झामुमो ने कहा कि आज गांडेय सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार का चयन देखकर दोबारा स्थापित हो गया है कि बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता केवल कुर्सी सजाने, दरी बिछाने और पन्ना प्रमुख बनाये जाने के लिए रखे जाते हैं। झामुमो ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे झारखंड में झाविमो का बीजेपी में नहीं बल्कि बीजेपी का झाविमो में विलय हुआ है।
सरफराज अहमद के इस्तीफे से खाली हुई सीट
गौरतलब है कि गांडेय विधानसभा सीट, झामुमो के डॉ. सरफराज अहमद के इस्तीफे से खाली हुई है। उन्होंने 31 दिसंबर 2023 को इस्तीफा दिया था। डॉ. सरफराज अहमद अब राज्यसभा सांसद हैं। डॉ. अहमद ने कल्पना मुर्मू सोरेन के लिए यह सीट खाली की थी। दरअसल, तब झारखंड में सियासी अस्थिरता के बीच कल्पना मुर्मू सोरेन को मुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा थी। गांडेय सामान्य सीट है और उन्हें यहीं से विधायकी लड़ाने का प्लान था। उपचुनाव में भी कल्पना मुर्मू सोरेन को ही प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना है।