द फॉलोअप डेस्कः
नये साल का दूसरा दिन झारखंड के लिए बहुत बड़ा दिन साबित हुआ। दरअसल झारखंड की बेटी सलीमा टेटे का चयन अर्जुन अवॉर्ड के लिए किया गया है। देश के 32 खिलाड़ियों को इस अवार्ड से नवाजा जाएगा उसमें झारखंड के सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे का भी नाम है। सभी खिलाड़ियों को 17 जनवरी 2025 को सुबह 11 बजे दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि झारखंड की सिमडेगा जिले के बड़की छापर की गांव की रहने वाली सलीमा टेटे वर्तमान में भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान भी है। अर्जुन अवॉर्ड के लिए उनका चयन होने के बाद झारखंड के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। आज जिस सलीमा को आप जानते हैं उस सलीमा के हालात हमेशा से ऐसे नहीं थे। सलीमा टेटे काफी कठिनाइयों का सामना करके इस मुकाम को हासिल किया है। उनका बचपन काफी कठिनाइयों भरा रहा है।
सलीमा के हॉकी खेलने की शुरूआत बांस का स्टिक से हुई थी। सलीमा के परिवार ने भी उनके सपने को पूरा करने काफी सहयोग किया। सलीमा की मां और बड़ी बहन ने बर्तन मांजकर परिवार चलाया। खास बात यह है कि सलीमा के पिता भी हॉकी के खिलाड़ी थे. सलीमा के मन में अपने पिता को देखकर भी हॉकी के प्रति जुनून पैदा हुआ। इसके अलाव सलीमा की बड़ी बहन अनिमा भी हॉकी खेला करती थीं। लेकिन, अपनी छोटी बहन सलीमा के लिए उन्होंने अपना सपना त्याग दिया और दूसरों के घरों में काम करना शुरू कर दिया। खेल सचिव मनोज कुमार, खेल निदेशक संदीप कुमार, हॉकी झारखंड के भोलानाथ सिंह, विजय शंकर सिंह, झारखंड ओलंपिक संघ के डॉ मधुकांत पाठक सहित झारखंड के खेल प्रेमियो ने इसे राज्य के लिए गर्व का पल बताया है।
सलीमा के घर के हालात कुछ ऐसे रहे हैं कि जब साल 2023 की वह टोक्यो ओलंपिक्स में क्वार्टर फाइनल खेल रही थी तो उनके घर में टीवी तक नहीं था। हालांकि, यह बात जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंची, तो उन्होंने सलीमा के परिवार को एक स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराया। सलीमा ने अपने प्रदर्शन से टोक्यो ओलंपिक्स में हर किसी का दिल जीत लिया। उनके खेल की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की। सलीमा के साथ-साथ झारखंड की कई बेटिया हॉकी में अपने राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। सिमडेगा जिले को हॉकी का गढ़ कहा जाने लगा है क्योंकि यहां की बेटियां न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्री स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ रही हैं।
सलीमा टेटे के टैलेंट को पहली बार साल 2013 में पहचान मिली। उस समय उनका सेलेक्शन झारखंड सरकार के सिमडेगा में संचालित आवासीय हॉकी सेंटर के लिए हुआ था। इसके बाद उन्हें राज्य की टीम में मौका मिला जिसके बाद उन्होंने नेशनल टीम में अपनी जगह बनाई। सलीमा को साल 2016 में जूनियर भारतीय महिला टीम के लिए चुना गया। यह उनका अन्तर्राष्ट्रीय डेब्यू था। उन्होंने कई इंटरनेशनल हॉकी कम्पटीशन में शानदार प्रदर्शन किया है। सलीमा टेटे अब तक टोक्यो ओलिंपिक, वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ गेम्स का भी हिस्सा रह चुकी है।