गिरिडीह:
गिरिडीह के पारसनाथ में झारखंड कांग्रेस के 3 दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत हो गई है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव और झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंचे। रांची एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, अजय कुमार दूबे, शशिभूषण और ज्योति सिंह मथारु ने उनका स्वागत किया।
2024 के चुनावों पर मंथन होगा
मीडिया से मुखातिब अविनाश पांडेय ने कहा कि चिंतन शिविर में 2024 के लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव पर मंथन होगा। चिंतन शिविर में विचार किया जाएगा कि कैसे झारखंड में संगठन को मजबूत किया जाए। राज्य सरकार और संगठन के बीच कैसे समन्वय मजबूत होगा। राज्य की मूलभूत समस्याओं और कांग्रेस पार्टी की उस पर प्रतिक्रिया के विषय में भी चर्चा होगी।
आज मधुवन, पार्श्वनाथ क्षेत्र में चिंतन शिविर की तैयारी पूरी कर ली गई है, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी आमंत्रित सदस्यों का स्वागत करती है।@RajeshThakurINC @avinashpandeinc @UmangSinghar @Alamgircongress pic.twitter.com/jbbYIOawA8
— Jharkhand Congress (@INCJharkhand) February 20, 2022
\सभी प्रमुख नेताओं को बुलावा भेजा
कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि चिंतन शिविर में सभी प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है। सरकार ने बीते 2 साल के कार्यकाल में क्या सफलता हासिल की है, इस पर भी बात होगी। गौरतलब है कि इस राष्ट्रीय स्तर के भी कई नेता शामिल होंगे। चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र को राहुल गांधी संबोधित करेंगे। राहुल गांधी सत्र को वर्चुअली संबोधित करेंगे। इसके अलावा कई अन्य राष्ट्रीय नेताओं का भी संबोधन होगा। इस लिहाज से भी इस शिविर का काफी महत्व है।
उथल-पुथल के दौर से गुजरी कांग्रेस
गौरतलब है कि बीते 1 महीने से झारखंड कांग्रेस में काफी उथल-पुथल रही है। पहले झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे आरपीएन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। तुरंत अविनाश पांडे को ये जिम्मेदारी दी गई। उनके पद संभालते ही गीताश्री उरांव ने इस्तीफा दे दिया। इरफान अंसारी की बयानबाजी चलती रही। इसी बीच राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को दिल्ली तलब किया। झारखंड कांग्रेस की एक समन्वय समिति भी बनी।