रांची:
महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का देशव्यापी प्रदर्शन जारी है। इस सिलसिले में झारखंड कांग्रेस ने भी राजधानी रांची में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान झारखंड कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। खूब नारेबाजी की। पुलिस प्रशासन के साथ इस दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं की झड़प भी हो गई। हंगामे के बीच पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद और महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह सहित कई अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
सत्य की विजय सदा⁰असत्य की हार हो,⁰न भय रहे तनिक सा भी⁰साहस हृदय के द्वार हो⁰सत्य की विजय सदा⁰असत्य की हार हो।#महंगाई_पर_हल्ला_बोल@RahulGandhi @priyankagandhi @kcvenugopalmp @Jairam_Ramesh pic.twitter.com/SQGqH9SCs7
— Dipika Pandey Singh (@DipikaPS) August 5, 2022
जनमुद्दों पर चर्चा से भाग रही सरकार!
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है। अपने फैसले जनता पर थोप रही है। जनता महंगाई के बोझ तले दबी है। सरकार सुन नहीं रही। झारखंड कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर लिखा कि महंगाई, बेरोज़गारी चरम पर है, लोकतंत्र ख़तरे में है। ऐसे में हम सभी कांग्रेसजनों का दायित्व है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए, जनता को महंगाई से राहत दिलाने के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करना है।
सदन में विपक्ष की आवाज सुनी नहीं गई!
महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि सदन में हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है। सड़क पर प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार कर लिया जाता है। केंद्र सरकार जनता को हिंदू और मुस्लिम में बांटकर राज करना चाहती है। उन्होंने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष की नहीं सुनी जा रही। सरकार मनमाने फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि वे चाहे जितना जोर लगा लें लेकिन कांग्रेस जनमुद्दों को लेकर आवाज उठाती रहेगी। विरोध करती रहेगी।
केंद्रीय एजेंसियों के जरिए धमकाने की कोशिश!
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही पर उतर आई है। कोई आवाज उठाता है तो उसे केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाया जाता है। सीबीआई और ईडी के जरिए विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश की जाती है। सदन में बोलने नहीं दिया जाता और सड़क पर दमनात्मक कार्रवाई होती है। जनता महंगाई के बोझ तले पिस रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। देश में ऐतिहासिक बेरोजगारी है। सरकार इसका समाधान करने की बजाय तानाशाही कर रही है।