डेस्क:
झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय (Avinash Pandey) शुक्रवार की शाम को रांची पहुंचे। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर (Rajesh Thakur) सहित कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अविनाश पांडेय का स्वागत किया।
झारखंड में जारी सियासी हलचल के बीच अविनाश पांडेय का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि शुक्रवार को यूपीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का भी रांची दौरा है।
कहा जा रहा है कि रांची में यूपीए के नेताओं के बीच राष्ट्रपति चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा होगी। इसमें ताजा सियासी हालात पर भी चर्चा हो सकती है।
प्रदेश प्रभारी आदरणीय श्री @avinashpandeinc जी दो दिवसीय दौरे पर पंहुचे रांची, हवाईअड्डा पर प्रदेश अध्यक्ष श्री @RajeshThakurINC जी की उपस्थित में कांग्रेसजनों ने किया स्वागत।@INCIndia pic.twitter.com/aaOGCJDOF0
— Jharkhand Congress (@INCJharkhand) July 15, 2022
झामुमो ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया
गौरतलब है कि गुरुवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यूपीए गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया। कहा कि चूंकि द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार बनी हैं, इसलिए काफी सोच विचार के पश्चात हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया।
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन (Shibu Soren) ने पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने की निर्देश दिया है। इसे लेकर कांग्रेस के खेमे में नाराजगी देखी जा रही है।
झामुमो के निर्णय पर झारखंड कांग्रेस की प्रतिक्रिया
जब कांग्रेस से इस बाबत सवाल पूछा गया तो प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ हमारा गठबंधन विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर हुआ था ना कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए। राष्ट्रपति चुनाव में कोई पार्टी किसे समर्थन देना चाहती है ये उनका निजी मामला है।
हमारा गठबंधन विधानसभा में सीटों तथा राज्य में अच्छा शासन देने के लिए हुआ था और वो जारी रहेगा। हालांकि, राजेश ठाकुर ने पहले कहा था कि झामुमो को गठबंधन धर्म का पालन करते हुए यशवंत सिन्हा का समर्थन करना चाहिए। यही नहीं, उन्होंने ये भी कहा था कि झामुमो की विचारधारा यूपीए के साथ मेल नहीं खाती। ये झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कई मौकों पर स्पष्ट किया है।
झारखंड के ताजा सियासी हालात पर होगी चर्चा
इस बीच अटकलें हैं कि राज्य में बड़ा सियासी बदलाव हो सकता है। बीजेपी (Bharatiya Janata Party) नेता कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट कर कहा था कि झारखंड में कुछ बड़ा होने वाला है।
बीच में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी दिल्ली गये थे। वहां, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बदलाव की। इन तमाम बातों के मद्देनजर, कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इसमें ना केवल राष्ट्रपति चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा होगी बल्कि राज्य के ताजा सियासी हालात पर भी गंभीर चिंतन होने की उम्मीद है।