द फॉलोअप डेस्क
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य की परीक्षा में अभ्यर्थियों ने उर्दू विषय में आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न पूछे जाने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि जो सवाल उन्हें 31 जुलाई को उर्दू के फोर्थ पेपर में मिले थे वे आउट ऑफ सिलेबस थे। इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को झारखंड कमचारी चयन आयोग के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि फोर्थ पेपर में 23 भाषाएं शामिल है, जिसमें उर्दू भी है। लेकिन इस बार के उर्दू के पेपर में पूछे गए सवाल सिलेबस से नहीं थे।
जिसके बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जेएसएससी के अध्यक्ष से मिलकर अपनी बातें रखीं। साथ ही सबूत के तौर पर 60 सवालों की लिस्ट भी सौंपी। परिक्षार्थियों ने मांग की है कि जेएसएससी इस पेपर का आयोजन फिर से करे या फिर पूरा मार्क्स परिक्षार्थियों को दे। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनका रिजल्ट खराब हो जायेगा। जिससे उन्हें आने वाले दिनों में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल झारखंड छात्र संघ के अध्यक्ष एस अली ने कहा कि उर्दू भाषा के अभ्यर्थियों के साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल में फरीदा गुलशन, अरशद हुसैन, अली राजा और हफीजुल समेत सैकड़ों छात्र मौजूद थे।