द फॉलोअप डेस्कः
हेमंत की नई कैबिनेट में मंत्री बने इरफान अंसारी अपनी बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। आए दिन वह कुछ ऐसा बोल जाते हैं कि वह चर्चा का विषय बन जाता है। हाल ही में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह दिया था कि वह भानु प्रताप शाही और अमर बाउरी का काम करेंगे लेकिन उनसे बॉन्ड साइन करवाकर। वह पहले उनसे लिखवा लेंगे कि वह उल्टा पुल्टा नहीं बोलेंगे तभी उनका काम करेंगे। उनके इस बयान के सामने आने के बाद भानु प्रताप शाही नाराज हो गये हैं। उन्होंने एक ट्वीट कर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा है कि एक मंत्री की यह भाषा क़तई बर्दाश्त नहीं करूँगा मैं आपके इस वक्तव्य का घोर निंदा करता हूँ।
उन्होंने कहा है कि "ये हैं झारखंड के नये मंत्री श्रीमान इरफान अंसारी जी इनके बोल सुनिए इनकी भाषा को देखिए ! मंत्री जी अब आप जोकर नहीं मंत्री हो गए हैं इस बात का ख़याल रखें पहली बात आप आज बने हैं मंत्री तीन महीना के लिए और मैं आप से 17 साल पहले कैबिनेट मंत्री बन चुका हूँ वो भी 23 महीने के लिए। लिहाज़ संस्कार आपका सब समाप्त हो चुका है आप काम नहीं करेंगे तो जनता के बीच यह वीडियो दिखा कर आपकी करतूत और सोच को बतायेंगे ।यह कुर्सी जनता का है। मंत्री सबके लिए होता है यही शपथ लिए हैं ना दो दिन पहले आपने और तुरंत भूल गए। यह शर्मनाक है एक मंत्री की यह भाषा क़तई बर्दाश्त नहीं करूँगा मैं आपके इस वक्तव्य का घोर निंदा करता हूँ।
इधर नवनियुक्त मंत्री इरफान अंसारी रेस हो गए हैं। धड़ाधड़ समीक्षा बैठकें हो रही है। बुधवार को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य एवं पंचायती राज मंत्री इरफान अंसारी ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आदेश दिया कि समय पर सारे काम पूरे हो जाएं। विकास की गति तेज करने में अधिकारियों का अहम योगदान होता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का निर्देश है कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे।