द फॉलोअप डेस्कः
हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो गया है। जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को भी इसमें जगह मिली है। उन्हें ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग मिला है। मंत्री बनने पर उनके पिता और गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी से पूछा गया कि वह उनके बेटे के मंत्री बनने पर कितने खुशे हैं। तो इसपर उन्होंने कहा कि बच्चे आगे बढ़ते हैं तो खुशी मिलती है। लेकिन जब ये मेडिकल ऑफिसर थे। सरकारी मेडिकल अफसर थे। दिल्ली में डॉक्टर थे। अच्छे फिजिशियन थे। तो मैंने कहा था आप राजनीति में मत आना। आप अनुभवी हो और अच्छा से प्रैक्टिस कर ही है रहे हो। काफी अच्छी सुविधा है। अच्छी सैलरी है। बंगला है, फ्लैट है। गाड़ी भी है। काम करो बढ़िया से लेकिन उसने ये सब कुछ छोड़कर कहा कि मुझे राजनीती में आना है।
जब उनसे पूछा गया कि आप नहीं चाहते थे कि वह पॉलिटिक्स में आए। तो उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता था कि वह राजनीति में आए। लेकिन जब वह राजनीति में आ गये तो मैं यही कहूंगा कि गरीबों की मदद करो, गरीबों के लिए काम करो सौभाग्य की बात है कि आप मंत्री बन गये तो और भी बढ़चढ़कर काम करें।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कारण है कि आप नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आए तो इस पर उन्होंने कहा कि वो एक एमडी थे। मास्टर ऑफ मेडिसीन की डिग्री थी उनकी पास। अच्छी सैलरी थी। सबकुछ अच्छा था तो उसने कहा कि मुझे पैसे से मतलब नहीं है। मैं पॉलिटिक्स में आना चाहता हूं। अब जब वह आ गये हैं तो हम यही चाहेंगे कि बढ़िया से काम करे। मंत्रिमंडल में अच्छी छवि बने। कुछ लोगों की बदनामी हुई है। वैसे बदनामी नहीं होनी चाहिए।
मैंने कहा कि आदमी बनाओ पैसे मत बनाओ। आदमी बन जाएगा तो पैसे की कमी नहीं होगी। अगर 100 आदमी को मजूबत कर दिया जाएगा तो वही आपकी पूंजी होगी। जो भी समय मिला है उसमें वह अच्छा काम करेगा। फिलहाल परिवार में खुशी का माहौल है।