लोहरदगा:
रामनवमी जुलूस के बाद लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गयी थी। जिसके बाद से पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर थी। लोग किसी तरह कि भ्रामक वीडियो या तस्वीरें ना साझा करें इसलिए जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद कर दिया था। घटना के 5 दिन के बाद शुक्रवार की देर रात से इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है। जिसके बाद लोगों ने राहत मिली है।
कई तरह की समस्या हो रही थी
5 दिन तक नेट नहीं होने के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। किसी तरह की वित्तिय लेनदेन नहीं हो पा रही थी। जो लोग वर्क फ्रॉम होम में है वह अपना काम नहीं कर पा रहे थे। इंटरनेट सेवा ठप रहने की वजह से उन्हें दुनिया की तमाम गतिविधि की जानकारी नहीं मिल पा रही थी लोग लगातार मांग कर रहे थे कि जल्द इंटरनेट बहाल किया जाए। लोग काफी ज्यादा परेशान थे।
10 अप्रैल को भड़की थी हिंसा
दरअसल, लोहरदगा के सदर थाना क्षेत्र के हिरही गांव में 10 अप्रैल 2022 को रामनवमी जुलूस के दौरान कुछ उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी की घटना को अंजाम दिया था और जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। इसमें 10 लोग घायल भी हुए थे। जिला प्रशासन ने लोहरदगा में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया था। लोहरदगा जिला प्रशासन ने सामाजिक सौहार्द की स्थिति को देखते हुए इंटरनेट सेवा को ठप रखा था। स्थिति के थोड़ा सामान्य होते ही प्रशासन ने फिर से जिले में इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया है।