रांची
बीजेपी नेता हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने चुनाव आयोग में शिकायत की है। इस बाबत JMM नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि बीजेपी के नेता हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा दिए जा रहे भड़काऊ एवं विभाजनकारी भाषणों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग चुनाव आयोग से की गयी है। भट्टाचार्य ने कहा कि आयोग को चुनावी रैली एवं कार्यक्रम में हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा दिए गए भाषण का वीडियो भी सौंपा गया है। जेएमएम नेता ने कहा कि भाषण में अत्यंत विभाजनकारी एवं घृणास्पद शब्दों का प्रयोग किया गया है। मुस्लिम अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए हिमंता ने कहा, "वो लोग एक ही जगह पर वोट डालते हैं लेकिन हमारा हिंदू आधा वोट इधर डालेगा आधा उधर" और "ये सरकार घुसपैठियों को बुलाता है क्योंकि विशेष समुदाय उनको वोट देता है।"
जेएमएम नेता ने कहा, विधानसभा चुनावों में गृहयुद्ध जैसी स्थिति पैदा करने एवं हिंसा भड़काने के लिए उनके द्वारा इस्तेमाल की जा रही जहरीली भाषा के ये स्पष्ट उदाहरण हैं। सप्रियो ने कहा कि बिस्वा सरमा द्वारा दिया गया यह नफरत भरा भाषण उनके और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा प्रचारित किया जा रहा है। भाषण में बिस्वा ने आगे कहा है, "अगले दस साल में झारखंड में राजनीति नहीं कर सकेंगे, विशेष समुदाय पर आश्रित रह जाएंगे" और "हिंदुओं को और आदिवासी समाज को निर्णय लेना है कि घुसपैठियों को लात मारकर भगाना है।"
सुप्रियो ने कहा कि इस तरह के शब्दों का भी प्रयोग किया है, जो स्पष्ट रूप से नफरत और आक्रोश की आग को भड़काने वाली है। कहा कि बिस्वा सरमा मतदाताओं का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। ताकि सामाजिक विभाजन का फायदा उठाया जा सके और राजनीतिक लाभ लिया जा सके। सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा सके और चुनावी लाभ के लिए झारखंड राज्य के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ा जा सके।
सुप्रियो ने आरोप लगाया कि हिमंता ने चुनावी भाषण में ये भी कहा कि झारखंड अलग राज्य इसलिए नहीं बनाया था कि घुसपैठियों के हाथ में चला जाए। कहा ऐसे जहरीले शब्दों का प्रयोग यह स्पष्ट करता है कि भड़काऊ भाषणों के माध्यम से बिस्वा सरमा सामाजिक अशांति को भड़काने तथा चुनाव प्रक्रिया को खतरे में डालने का प्रयास कर रहे हैं। जेएमएम ने आयोग से कहा है कि अगर अगले 24 घंटों में आयोग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो कानून का शरण लिया जायेगा। आय़ोग को दिये शिकायती पत्र में जेएमएम, कांग्रेस, राजद और सीपीआई माले नेताओं के नाम हैं।