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बड़े पदों पर आदिवासी नहीं, इसलिए नहीं सुनते हमारी बात; सिमडेगा में बोले सीएम हेमंत

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द फॉलोअप डेस्कः 
सीएम हेमंत सोरेन ने सिमडेगा में सरकार आपके द्वार कार्यकम के दौरान कहा कि सरकार योजना लाती है लेकिन कहां चला जाता है ये पता ही नहीं चलता। वो इसलिए क्योंकि पढ़ाई-लिखाई वाले जगहों में आदिवासी पदाधियकारियों की कमी है। सीएम ने पूछा कि आज कितने ही आदिवासी समाज लोग बीडीओ, सीओ, क्लेक्टर, आईएएस, आईपीएस, जज और पत्रकार हैं। आदिवासी पदाधिकारियों की कमी है, फिलहाल जो पदाधिकारी हैं वो हमारी बात सुनते ही नहीं है। इसलिए आज आदिवासी समाज को पढ़ने लिखने की आगे बढ़ने की जरूरत हैं। 


पहले पदाधिकारी आप तक पहुंचते ही नहीं थे
उन्होंने आगे कहा कि इस योयना का पहला चरण हमने सफलता पूर्वक पार किया, दूसरा चरण भी पार किया और अब तीसरा चरण भी सफलतापूर्वक पार करेंगे। हमलोगों ने सामाजिक सुरक्षा को लेकर मजबूती के साथ राज्य में कदम बढ़ाया है। आज सामाजिक सुरक्षा सिर्फ बुढ़ा-बुजुर्ग, गरीब  को ही नहीं बल्कि कर्मचारियों को मिल रहा है। ये पदाधिकारी जो आपके गांव जाते हैं वो पहले कभी नहीं जाते थे। क्योंकि पहले की सरकारों ने कभी ये बात सिखाया ही नहीं कि गांव के जरूरतमंदों के लिए कोई काम करना है। वो लोग तो अपना सेवा के लिए कर्मचारी को लगा देता है। लेकिन सरकार कर्मचारियों को तनख्वाह आपकी सेवा के लिए देता है। उसको हर हाल में आपकी सेवा करना है। 


हमने पदाधिकारियों को सामाजिक सुरक्षा दी है
सीएम ने कहा कि हमने स्पष्ट रूप से पदाधिकारियों का कहा है आपकी जिम्मेदारी जनता की सेवा करना है। जो अच्छे से काम करेगा उसको पुरुस्कृत भी करेंगे। आपकी सामाजिक सुरक्षा की जिम्मदारी हमारी होगी। पहले तो नई पेंशन स्कीम में इनको डाल दिया था। इनको रिटायरमेंट के बाद पैसा नहीं मिलता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। इस दौरान सीएम ने कई मुद्दों पर पूर्ववर्ती सरकार को घेरा।