गोपी सिंह, लातेहार:
लातेहार जिला के गारू थानाक्षेत्र अंतर्गत रूद पंचायत के बारीबांध गांव में शादी के 1 वर्ष बाद ही पति द्वारा पत्नी को छोड़ दिए जाने का मामला सामने आया है। विवाहिता बीते कई महीनों से अकेली रह रही है। विडंबना की बात ये है कि दंपत्ति की सात माह की बच्ची भी है जो फिलहाल विवाहिता के पास है। पीड़िता का नाम प्रीति देवी है। प्रीति की शादी 1 वर्ष पूर्व हेदेंहास गांव निवासी अनदीप उरांव के साथ हुई थी। शादी के 1 साल बाद ही अनदीप ने प्रीति को छोड़ दिया।
पति के साथ नहीं रहना चाहतीं प्रीति
पति की बेवफाई से टूट चुकीं प्रीति भी अब पति के साथ नहीं रहना चाहती। प्रीति बस इतना चाहती हैं कि अनदीप उसे उसके सात माह के बच्चे के भऱण-पोषण के लिए खर्च दे। द फॉलोअप संवाददाता से बातचीत में प्रीति ने कहा कि वो भी अब अनदीप के साथ नहीं रहना चाहतीं। प्रीति ने बताया कि अनदीप के साथ शादी के बाद उसने बेटी को जन्म दिया।
बेटी सात महीने की हो चुकी है। हालात ऐसे हैं कि मां-बेटी झोपड़ीनुमा मकान में रहने को विवश हैं। प्रीति कहती हैं कि यदि उसे पीएम आवास योजना का लाभ मिल जाता तो थोड़ी राहत मिलती। कम से कम एक पक्का छत मिल जाता।
शादी के 1 साल बाद ही पति ने दिया दगा
प्रीति कहती हैं कि उम्मीद के साथ जिसका हाथ थामा था उसने दगा किया। अब वो अकेली है। पीठ पर बेटी को बांधकर मेहनत-मजदूरी करती है तो दो जून का खाना जुटा पाती है। प्रीति ये भी कहती हैं कि वो पति अनदीप के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करवाना चाहती। बस इतनी सी मांग है कि अनदीप उसे भरण-पोषण भर का खर्चा दे।
दूधमुंही बच्ची के लिए खर्चा मांग रहीं प्रीति
गौरतलब है कि, आदिम जनजाति की प्रीति फिलहाल अपनी दूधमुंही बच्ची के साथ किसी तरह जीवन-यापन कर रही हैं। झोपड़ीनुमा मकान में रहती हैं। उसे अपनी और अपनी बच्ची की सुरक्षा की चिंता है। प्रीति ने सरकार से पीएम आवास योजना का लाभ देने की गुजारिश की है। उसकी मांग है कि पति उसे रोजमर्चा के खर्चों के लिए कुछ पैसे दे।