द फॉलोअप डेस्कः
जरूरत के समय पर लोग लोन तो ले लेते हैं। अगर आर्थिक स्तिथि खराब हो तो लोन भरने में काफी परेशानी होती है। इसके बाद लोन लेने वाला शख्स तनाव में घिरे रहता है। वह धीरे-धीरे डिप्रेशन में जाने लगता है। कई बार तो लोग इसे लेकर आत्महत्या जैसी खतरनाक कदम उठा लेते हैं। ऐसा ही हुआ है गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र में। दरअसल एक महिला ने लोन की रकम लौटाने के दबाव के कारण आत्महत्या कर ली। महिला ने 3 दिन पहले ही सुसाइड किया है। अपनी पत्नी के मौत का गम पति बर्दाश्त नहीं कर सका। दो दिन बाद ही उसकी भी मौत हो गई। पति-पत्नी दोनों के निधन से पूरा परिवार बिखर गया। माता-पिता का साया सिर से उठ जाने से तीनों बच्चे गम में डूबे हुए हैं।
कर्ज माफ करने की मांग
इस घटना को लेकर माले नेता राजेश यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों और पूंजीपतियों का भारी भरकम लोन माफ कर देती है। लेकिन गरीब जब लोन नहीं चुका पाते तो उनपर दबाव बनाया जाता है। इस कारण ही लोग आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से उन सभी गरीब परिवारों का कर्ज माफ करने की मांग की है, जो कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं।
हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N