द फॉलोअप डेस्कः
गिरिडीह जिले के सरकारी स्कूलों में इतिहास रचा जा रहा है। पहली बार ऐसा हो रहा है जब बिन प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका के परीक्षा ली जा रही है। दरअसल इस बार जेसीईआरटी रांची ने स्कूलों को प्रश्न पत्र दिया ही नहीं है और न उत्तर पुस्तिका दी गई है। बगैर प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका के ही कक्षा एक से लेकर 7 तक बच्चों की परीक्षा ले ली गई। 16, 17 और 18 दिसंबर, को परीक्षा चली है। परीक्षा लेने में न सिर्फ शिक्षकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है, बल्कि बच्चों को भी काफी परेशानी हुई।
ब्लैकबोर्ड पर सवाल लिखा टीचर ने
जेसीईआरटी के निदेशक शशि रंजन ने परीक्षा से काफी पहले एक आदेश जारी किया था। 27 नवंबर 2024 को जारी किए गए आदेश में प्रश्न पत्र एक दिन पूर्व 'जे - गुरूजी' एप पर उपलब्ध कराने की बात कही गई। एक विषय के परीक्षा की अवधि दो घंटे की दी गई। आदेश के अनुसार विद्यालय के हेड मास्टर के 'जे - गुरूजी' एप पर एक दिन पूर्व प्रश्न पत्र आ गया। शिक्षकों को प्रश्न पत्र कक्षा के ब्लैकबोर्ड पर लिखना पड़ा। फिर उसी प्रश्न को विद्यार्थी अपने पास के कॉपी या पन्ने में उतारते रहे और उसको हल करते रहे। प्रश्न पत्र को ब्लैकबोर्ड में लिखने में आधा घंटा समय लग गया। फिर बाकी बचे समय में ही बच्चों को प्रश्न का हल लिखना पड़ा।