द फॉलोअप डेस्क
जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 8 जुलाई (सोमवार) को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इस दिन हेमंत सोरेन को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना है। इसपर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि गठबंधन के सभी विधायक मुख्यमंत्री के साथ हैं और उन्हें विधायक दल का नेता चुना है।गठबंधन की ओर से रविवार को फ्लोर टेस्ट की रणनीति तय करने के लिए सीएम आवास में एक बैठक बुलाई गई है।
4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने ली थी शपथ
गठबंधन की बैठक में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद 3 जुलाई को पूर्व सीएम चंपाई सोरन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दिया था। इसके बाद हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद के लिए पद और गोपनियता की शपथ ली। हेमंत सोरेन ने अकेले ही शपथ ली थी। उनके साथ किसी विधायक ने शपथ नहीं ली थी। इसी को लेकर रविवार को सीएम आवास में बैठक होगी जिसमें फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
29 जून को आए थे जेल से बाहर
हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट ने बड़गाई जमीन घोटाले में राहत देते हुए जमानत दे दी थी। कोर्ट ने कहा कि ईडी के पास कोई सबूत नहीं है जिससे यह माना जाए कि हेमंत सोरेन घोटाले में लिप्त हैं। जेल से बाहर आते ही यह अटकलें तेज हो गई थी कि हेमंत की फिर से ताजपोशी हो सकती है। इसके बाद बैठक में उन्हें नेता चुना लिया गया और 4 जुलाई को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली।