धनबादः
रंगदारी की घटना से पीड़ित होकर धनबाद स्थित सुयष क्लिनिक के डॉ समीर कुमार के धनबाद छोड़कर चले गये है्। यह घटना प्रदेश की लॉ एण्ड ऑर्डर की ध्वस्त व्यवस्था का जीवंत उदाहरण है। यह बातें चैंबर के हेल्थ उप समिति के चेयरमेन डॉ0 अभिषेक रामाधीन ने कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप का आग्रह करता हूं। डॉक्टर्स को पर्याप्त सुरक्षा देना सरकार और पुलिस प्रशासन का दायित्व है, यदि अपराधियों के मनोबल को तत्काल नहीं रोका गया तब ऐसी घटनाओं से परेशान होकर राज्य से डॉक्टर्स का पलायन आरंभ हो जायेगा जिससे राज्य की चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी। सरकार यदि डॉक्टर्स को सुरक्षा नहीं देगी, तब मरीजों का ईलाज कैसे होगा ?
भविष्य में ना हो ऐसी घटनाएं
अभिषेक रामाधीन ने कहा कि वर्तमान में कुछ विभागों की अव्यवहारिक नीतियों के कारण आज झारखण्ड के व्यापारी सड़कों पर आंदोलनरत हैं ही, यदि डॉक्टर्स को भी परेशान किया गया तब डॉक्टर्स भी अपनी सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतरने के लिए विवश होंगे। यह काफी गंभीर मुद्दा है जिससे राज्य की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अपराधियों को नियंत्रित नहीं करने के कारण आज डॉक्टर्स को हड़ताल करने पर विवश होना पड़ रहा है जो राज्यवासियों की चिकित्सा व्यवस्था के लिए चिंतनीय है। स्थानीय प्रशासन को इस घटना में संलिप्त अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर, कडी कार्रवाई करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में किसी भी डॉक्टर्स के साथ ऐसी अप्रिय घटनाएं नहीं हों।
डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे
बता दें कि अमन सिंह गैंग की धमकी की वजह से धनबाद के डॉक्टर समीर कुमार ने शहर छोड़ दिया है। इसलिए घटना पर इंडियन मेडिकल एसोसियेशन, धनबाद द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि यदि 8 मई तक पुलिस प्रशासन ठोस कार्रवाई करते हुए चिकित्सकों के अनुकूल माहौल बनाने में विफल रहती है तब धनबाद के सभी अस्पताल 9 मई 2022 के सुबह 6 बजे से पूर्णरूप से (आकस्मिक सहित) अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।
काम करना मुश्किल है
डॉ समीर ने कहा कि ऐसे भय के माहौल में काम करना मुश्किल है। इसलिए मैं धनबाद छोड़ कर जा रहा हूं। हमें एक महीने से लगातार फोन कर धमकी मिल रही है। कभी भी हमारी हत्या हो सकती है। 1 महीने से आ रहे धमकी से पूरा परिवार डरा हुआ है। मैं इतना पैसा कहां से लाऊं मेरे पास नहीं है। डॉ समीर 25 साल से धनबाद में अपनी सेवा दे रहे थे।