रांची
सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा के मॉनसून सत्र में अपने संबोधन में बीजेपी विधायकों पर जमकर हमला बोला। कहा कि अगर उनको जेल में नहीं डाला जाता तो वो युवा वर्ग को 5 लाख और नौकरियां और देते। उन्होंने कहा कि सरकारी और गैर सरकारी दोनों को मिलाकर कम से कम डेढ़ लाख नौकरियां दीं। सीएम ने कहा, आंगनबाड़ी सहायिका, सेविका का मानदेय हमारी सरकार ने 50 प्रतिशत बढ़ाया। रसोइया का मानदेय 100 प्रतिशत बढ़ाया। वहीं, अनुबंधकर्मियों के मामले में 1200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया। अभी हम गर्व से कहते हैं जो हमने 5 साल में किया ये 50 साल में नहीं कर पाते।
सीएम ने कहा, ये ऐसे आचरण वाले लोग हैं जो ना काम करते हैं ना करने देने वाले हैं। कहा जनता ने इन्हें लोकसभा में हल्का आइना दिखाया है। विधानसभा में पूरा आइना दिखाएंगे। ये यहां सिर्फ हल्ला करने आए हैं। हल्ला पर एक कहावत भी है। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण को रोकने का काम इन्होंने किया। गोमिया विधायक लंबोदर महतो जी बोल रहे हैं की हमको आदिवासी में शामिल करो। आदिवासी की तो हालत खराब है। कहां जाएंगे आदिवासी बनके। हेमंत ने कहा, हमको डेमोग्राफी दिख रहे हैं। मुस्लिम गैर मुस्लिम दिखा रहे हैं। इन लोगों ने देश बेच दिया। एयरपोर्ट बेच दिया। सीएम ने कहा, ये लोग बेरोजगारी भत्ता की बात करते हैं। गांव जाकर देखिये। युवा वर्ग को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। 50 हजार महिलाओं को हर महीना एक हजार रुपया देंगे। सरकार बनेगी तो हर घर में एक-एक लाख सरकार देगी। ये हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट मांगते हैं। अयोध्या में झटका लगा समझ नही पा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि अर्थव्यवस्था का आलम ये है कि शिक्षा, मनरेगा का पैसा घाटा दिया। आवास देना बंद कर दिया। हम 30 लाख अबुआ आवास दे रहे हैं। इनके नेता जो सबसे बड़े नेता बनते हैं पूछिए 5 साल में उन्होंने कितने सवाल पूछे। 5 साल राजनीतिक रोटी सेंकी। जनता सबका हिसाब लेगी। सरकार में एक एक निर्णय से इनके पसीने छूट रहे। कहा हमने मॉर्डन स्कूल बनाये। एक्सीलेंट टीचर बहाल किए। हमने निर्णय किया है कि बच्चियों को साइकिल दी, अब पोशाक भी देंगे। कहा, इनसे पूछिये गुजरात में नौकरियों के लिए कितने एग्जाम हुए। कहा, वहां एक भी परीक्षा नहीं हुई। जीरो। नीट में लाखों बच्चों का करियर खराब कर दिया। सब जगह पेपर लीक हुआ।