द फॉलोअप डेस्कः
गोड्डा के पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र के अमुवार-दिकवानी गांव में गर्भवती पत्नी को जिंदा जला दिया गया है। वहीं इस घटना में साली भी झुलस गई है। जिंदा जली महिला आठ माह की गर्भवती थी। उसकी मौत मौके पर ही हो गई। जबकि 14 वर्षीय उनकी बहन पायल कुमारी गंभीर स्थिति में गोड्डा सदर अस्पताल में जीवन और मौत के बीच झूल रही है। इस वारदात को अंजाम देने का आरोप लगा है उसका नाम विकास बगवै है। जिसने पेट्रोल छिड़क कर पत्नी को जिंदा जला दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। विकास बगवै फरार है।
पेट्रोल छिड़ककर जलाया
आरोपित बिहार के बांका जिले के बौंसी प्रखंड के फंसिया गांव का रहने वाला है। अमुवार दिकवानी गांव में प्रफुल्ल कापरी के घर में यह घटना घटी है। प्रफुल्ल कापरी की बड़ी बेटी 23 वर्षीय निशा कुमारी जो आठ माह की गर्भवती थी, अपनी छोटी बहन 14 वर्षीय पायल कुमारी के साथ शनिवार की रात सोई हुई थी। आधी रात को इस घटना का अंजाम दिया गया है। मृतका के पिता प्रफुल्ल कापरी ने थाना में दिए आवेदन में कहा है कि उसके दामाद विकास बगवै ने इस घटना को अंजाम दिया है। उसने पेट्रोल छिड़क कर उनकी दोनों बेटियों को जिंदा जला दिया है।
पिता ने बताया कि दामाद से कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। दामाद ने बुरे परिणाम की धमकी भी दी थी। निशा को विदा नहीं करने पर विकास बगवै ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। प्रसव के बाद ससुराल भेजने की योजना थी लेकिन बीच में ही इस इस घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में भी ससुराल में उनकी बेटी के साथ विकास बगवै मारपीट किया करता था, जिसको लेकर थाना में भी कई बार इसकी शिकायत दर्ज कराई गई थी और सुलह नामा भी हुआ था।
उन्होंने कहा कि दामाद शराब पीकर मारपीट से बाज नहीं आ रहा था। कहा कि शनिवार की रात दोनों बहन एक साथ सोई थी। कमरे में का दरवाजा खुला था। अचानक रात में आग लगने की घटना के बाद हल्ला हुआ तो लोग जमा हुए। छोटी बेटी किसी तरह निकल गई लेकिन बड़ी बेटी आग की लपटों से घिर गई और वहीं पर झुलस कर मर गई।