द फॉलोअप डेस्क
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार के निर्देशानुसार राज्य के सभी 81 विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन से संबंधित पदाधिकारियों का बैच वार 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उनके कार्यालय स्थित प्रशिक्षण कक्ष में आयोजन किया गया। 26 सितंबर से आयोजित प्रशिक्षण सह रिवीजन कार्यक्रम का 29 सितंबर को समापन किया गया। इस सत्र में प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के नोडल, एसएलएमटी, डीएलएमटी, उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं एसएलएमटी को राष्ट्रीय स्तर एवं जिला स्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा निर्वाचन संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण सत्र में पदाधिकारियों को बताया गया कि निर्वाचन के उनके पहले के अनुभव एवं आयोग द्वारा समय–समय पर जो प्रशिक्षण दिए जा रहें है, उसका एक मात्र उद्देश्य है कि निर्वाचन प्रक्रिया सहज बनाते हुए स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराया जा सके। इस सत्र में भारत निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन से जुड़े प्रत्येक प्रक्रिया के लिए तैयार उचित मापदंड एवं दिशा निर्देशों पर बिंदुवार पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी। साथ ही इन पीपीटी के सॉफ्ट कॉपी पेनड्राइव के माध्यम से सभी पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया गया।
प्रशिक्षण सत्र में मतदान दलों के कर्तव्य और जिम्मेदारियां, मतदान दलों के लिए ईवीएम/वीवीपैट, मतदाता मतदान समय प्रबंधन, मतदान दिवस पर वेब-कास्टिंग, बीएलओ के मतदान की पूर्व संध्या और मतदान दिवस के कर्तव्य, वालंटियर के कर्तव्य, माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका और जिम्मेदारियां, सेक्टर अधिकारी के मतदान की पूर्व संध्या पर जिम्मेदारियां, सेक्टर अधिकारी का मतदान दिवस पर जिम्मेदारियां, सेक्टर अधिकारी द्वारा गलतियां, त्रुटियां और आईटी अनुप्रयोग, पोस्टल बैलेट, एफएसटी के कर्तव्य और जिम्मेदारियां, एसएसटी, वीएसटी, वीवीटी और एटी के कर्तव्य एवं जिम्मेदारियां, ईवीएम सह सामग्री प्राप्ति केंद्र अधिकारी और कर्मचारियों के कर्तव्य, नियंत्रण कक्ष और मतदान दिवस निगरानी प्रणाली ऐप, फॉर्म भरना, सील करना और पैकिंग करना जैसे विभिन्न विषयों पर पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार के मार्गदर्शन में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा, राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक गीता चौबे, महेंद्र कुमार, देव दास दत्ता, मृत्युंजय कुमार एवं सुनील कुमार सिंह व जिला स्तरीय प्रशिक्षक सुदीप सहाय, अश्विनी कुमार तिवारी द्वारा पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।