द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में आयुष्मान भारत योजना संकट में है। राज्य के करीब 750 निजी अस्पतालों ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों के भीतर सरकार ने बकाया भुगतान नहीं किया, तो वे आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज बंद कर देंगे। एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया (AHPI) के झारखंड चैप्टर और आईएमए ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पिछले साढ़े तीन महीने से लगभग 450 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। इससे अस्पतालों को संचालन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बकाया भुगतान न मिलने से न केवल अस्पतालों के पास संसाधन खत्म हो रहे हैं, बल्कि वहां कार्यरत कर्मियों को वेतन देने में भी परेशानी हो रही है। स्थिति इतनी गंभीर है कि अस्पतालों के बंद होने तक की नौबत आ सकती है। अधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार इच्छाशक्ति दिखाए, तो इस समस्या का समाधान संभव है। स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा पोर्टल में बदलाव किए गए हैं, लेकिन अन्य जरूरी फैसले लटकाए जा रहे हैं। अस्पतालों का कहना है कि अगर जल्द भुगतान नहीं हुआ, तो रांची समेत पूरे राज्य में आयुष्मान योजना के मरीजों का इलाज बंद कर दिया जाएगा।