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हॉकी सिमडेगा टूर्नामेंट में 87 पंचायतों के 1900 खिलाड़ी ने लिया हिस्सा

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द फॉलोअप डेस्क

हॉकी इंडिया ने हाल ही में 'हॉकी इंडिया का अभियान हर घर हो हॉकी की पहचान' कार्यक्रम की घोषणा की। जिसका उद्देश्य दूरस्थ भागों में हॉकी का प्रसार करने के लिए सभी जिलों को नियमित कोचिंग शिविरों और अंतर-जिला प्रतियोगिताओं की मेजबानी में शामिल करना है। वहीं, हॉकी खेल के क्षेत्र में झारखंड में  सिमडेगा जिला एक चमकदार उदाहरण बन गया है। हॉकी सिमडेगा छोटे बच्चों के लिए कई टूर्नामेंट आयोजित कर रहा है। जिससे पूरे जिले के युवा खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने का पर्याप्त अवसर मिल रहा है। हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष एवं हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद ने सभी पंचायतों के युवा खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए जिला भर में किस तरह से टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है। इसकी विस्तृत जानकारी दी है।

सब-जूनियर टूर्नामेंट के लिए तैयार करना है उद्देश्य

इस संबंध में मनोज कुमार प्रसाद ने बताया कि सिमडेगा जिले में कुल 94 पंचायतें हैं। उन्होंने कहा कि हम 3-4 पंचायतों को मिला रहे हैं और इन पंचायतों की टीम बनाकर इनके बीच ट्रायल टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले हमने 87 पंचायतों में 22 टूर्नामेंट आयोजित करा चुके हैं। जिसमें लगभग 1900 खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इसके अलवा दो और टूर्नामेंट आयोजित करेंगे। जिसमें 7 पंचायतों से टीमें शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि इन टूर्नामेंटों के लिए 16 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों को चुना गया है। ये सभी खिलाड़ियों में हॉकी का बहुत सीमित अनुभव है। उन्होंने बताया कि 16 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों का चयन करने का उद्देश्य है कि उन्हें उचित कोचिंग प्रदान करना है। ताकि ये अगे सब-जूनियर टूर्नामेंट के लिए तैयार हो सके।

सभी क्षेत्रों के युवाओं को प्रतियोगिता में मिले समान अवसर  

आगे उन्होंने कहा कि हॉकी सिमडेगा ने सीधे जिला स्तर पर टूर्नामेंट की मेजबानी करने के बजाय पंचायतों में टूर्नामेंट की मेजबानी करने का फैसला किया था। क्योंकि संघ चाहता था कि सभी क्षेत्रों के युवाओं को प्रतिस्पर्धा करने का समान अवसर मिले। वहीं, उन्होंने कहा कि हॉकी सिमडेगा युवा छात्रों को शिक्षित करने के लिए स्कूलों के साथ साझेदारी कर रही है। जहां इस बात को लेकर जागरूक किया जा रहा है कि कैसे खेल ने झारखंड हॉकी सितारे सलीमा टेटे और संगीता कुमारी के जीवन को बदल दिया है। दोनों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से हॉकी निश्चित रूप से भारत के हर घर तक पहुंचेगी। वहीं, उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राष्ट्रीय निकाय के साथ काम करना जारी रखेंगे।