द फॉलोअप डेस्क, रांची:
असम के मुख्यमंत्री और भाजपा झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा आज 2 दिवसीय सांगठनिक दौरे पर झारखंड पहुंचे। अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हिमंता बिस्वा सरमा ने तोरपा और खूंटी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता अभिनंदन और विजय संकल्प सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री सह सांसद आदित्य साहू, विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा,कोचे मुंडा, जिला प्रभारी सत्यनारायण सिंह सहित जिला के पदाधिकारी सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि नरेंद्र मोदी पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली। उन्होंने कहा कि केंद्र में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनाने में असम, झारखंड, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों ने बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में भी नया सवेरा आयेगा।
हेमंत सोरेन स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं!
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन किसी स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने की वजह से जेल नहीं गये बल्कि उनपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। वो भी जमानत पर बाहर हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी दलालों और बिचौलियों की सरकार है। जेल से बाहर आते ही हेमंत सोरेन ने, चंपाई सोरेन को हटा दिया। वो कुछ अच्छा काम करने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासी नेता होने का ढोंग करते हैं। उनको किसी भी आदिवासी की चिंता नहीं है। हिमंता बिस्वा सरमा ने हेमंत सोरेन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। कहा कि प्रतिवर्ष 5 लाख नौकरी का वादा करने वाले 1 लाख नौकरी भी नहीं दे पाये। बेरोजगारी भत्ता का वादा भी अधूरा है। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मी धरना दे रहे हैं।
पारा शिक्षकों का आंदोलन जारी है। किसानों को उनकी उपज का बकाया नहीं मिला। विधि-व्यवस्था ध्वस्त है। रेप की घटनायें बढ़ी हैं। पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के पास करोड़ों की नकदी मिली। कांग्रेस सांसद के घर से 300 करोड़ रुपये मिले।
न रोजगार मिला न ही बेरोजगारी भत्ता
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि गठबंधन के मंत्रियों और सांसदों के पास जितना पैसा मिला, यदि वह खजाने में जमा होता तो युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिलता। किसानों का कर्जा माफ होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 8500 रुपये खटाखट वाले वादे का क्या हुआ? ये लोग 1000 रुपये पर आ गये। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन अपने पोते-पोतियों को बताएंगे कि मैं सीएम था तो हॉस्पिटल नहीं बल्कि बालू का सिंडिकेट बना।
घुसपैठ के खिलाफ सख्त कानून की जरूरत
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि जनता निराश हो चुकी है। सरकार घुसपैठियों को सरंक्षण दे रही है। बिरसा मुंडा, सिद्धो-कान्हू की धरती घुसपैठियों की धरती बन गयी है। संताल परगना की डेमोग्राफी बदल गई है। लव जिहाद और लैंड जिहाद चरम पर है। बांग्लादेशी घुसपैठिये, आदिवासी बेटियों से विवाह करके जमीनों पर कब्जा जमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ सख्त कानून बनना चाहिए।