द फॉलोअप डेस्कः
आज असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा पलामू के पांकी में चुनावी सभा करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डॉ शशिभूषण मेहता के लिए वोट की अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते चार महीने से हम झारखंड में हूं। झारखंड को देखने की हमने कोशिश की। आज झारखंड का हालत क्या है। मैं एक उदाहरण से आपको बताना चाहूंगा। हमारा झारखंड का बहुत बड़ा हिस्सा है जिसको हम संथाल परगना के नाम से जानते हैं। 1951 में संथाल परगाना के जनसंख्या थे 23 लाख 22 हजार। इसमें 21 लाख हिंदू जनसंख्या थे आदिवासी थे। मतलब कुल जनसंख्या की 90 प्रतिशत हिंदू थे और 9 प्रतिशत मुसलमान थे। आज संथाल में मुसलमान 37 प्रतिशत हो गया है। मतलब ये है कि हर जगह में मुसलमान संख्या की संख्या बढ़ी है। हिंदू की आबादी कम हुई है। अगर मुस्लमान की संख्या जन्म के कारण बढ़ता तो कोई बात नहीं लेकिन झारखंड हाईकोर्ट में केंद्र सरकार ने हलफनाम दायर कर बताया है कि घुसपैठियों के कारण ये जनसंख्या बढ़ा है। बांगलादेश से निरंतर घुसपैठिया आ रहा है। लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार घुसपैठियों के खिलाफ कुछ भी काम नहीं करते हैं। क्योंकि उनको लगता है कि घुसपैठिया हमारे वोट बैंक है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा ही झारखंड चलता रहा तो कुछ साल बाद झारखंड में हिंदू की आबादी 50 प्रतिशत से भी कम हो जाएगी। और घुसपैठियों की आबादी भी लगभग इतनी ही हो जाएगी। ये चुनाव हमारी अस्मिता की लड़ाई है। हमारा ये वादा है कि जैसे ही बीजेपी की सरकार बनेगी कानून का रास्ता अपनाकर झारखंड में जितना घुसपैठिया घुसा है सबको लात मार मारकर निकालेंगे। यही हमारा संकल्प है। झारखंड में जो विशेष समुदाय के लोग हैं वो जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी को वोट देते हैं। लेकिन हिंदू का जो वोट है वो बंट जाता हैं और ये विशेष समुदाय का वोट एक भी नहीं बंटता है। झारखंड में अगर सनातन संस्कृति को बचाना है अगर झारखंड में हिंदूओ को गर्व से रहना है तो हमें हमारा वोट भी बांटना नहीं है। हमें एक रहना है। अगर हम एक रहेंगे तो हम सेफ रहेंगे।
ये पीतांबर नीलांबर की भूमि है, बिरसा मुंडा की धरती है। थोड़े दिन पहले मैं हुसैनाबाद गया तो मैने पूछा कि हुसैनाबाद नाम कहां से आ गया। लेकिन मुझे कोई बता नहीं पाया। मेरे इस सवाल से कुछ लोग नाराज हो गये और शिकायत दर्ज करा दिया। लेकिन इस शिकायत से कुछ होने वाला नहीं है। आप ही बताईए क्या झारखंड में हुसैनाबाद के नाम पर जिला होना चाहिए। नहीं ना। तो सरकार आएगा और हम हुसैनाबाद को वीरों के नाम पर रखेंगे और जिला बनाएंगे।
आज झारखंड में क्या हो रहा है। मुख्यमंत्री वादा तो करते हैं लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं करते हैं। जब मैं झारखंड आया तो मुझे बताया गया कि हेमंत सोरेन ने अपने पिता की कसम खाकर कहा था कि मैं पांच लाख युवाओं को नौकरी दूंगा लेकिन किसी को मिला है क्या। उल्टा क्या हुआ सीजीएल की परीक्षा होती है और प्रश्न पत्र लीक करवा देते हैं। झारखंड के युवा दुखी हैं। युवा मुझे कहते हैं कि सीजीएल परीक्षा को कैंसिल कर दीजिए। आज हम ये वादा करते हैं कि हमारा बीजेपी का सरकार बनेगा नया मुख्यमंत्री बनेगा हम सीजीएल को कैंसिल कर देंगे। नया सिरे से सीजीएल परीक्षा करवाऊंगा।
हिमंता ने काह कि कल्पना जी हेमंत जी की तारीफ करते हैं, हेमंत जी कल्पना जी की तारीफ करते हैं। यहां बस सिनेमा की शूटिंग हो रही है। जाते जाते मंईयां सम्मान योजना लेकर आए हैं। हमारे बुजुर्गों को पेंशन बंद करके मंईयां सम्मान योजना लाया गया। मैं हेमंत सोरेन जी को बोलना चाहता हूं कि आप पांच साल पहले ये योजना लेकर क्यों नहीं आये। हमारी सरकार बनेगी तो हम पहला दिन ही 2100 रुपया देने का काम करेंगे। सीजीएल रद्द करेंगे। युवाओं के लिए डेढ़ लाख नौकरी लाऊंगा। हमारी सरकार जब आएगी तो माताओं को हम गैस सिलेंडर पांच सौ में देंगे। साल में दो सिलेंडर फ्री देंगे।
हमें एक बात समझ के चलना चाहिए ये सरकार हमारी नहीं है। ये घुसपैठियों की सरकार है। ये सरकार सनातन को बांटना चाहती है। अगर हम हिंदू बंटते हैं तो फायदा इरफान अंसारी और आलमगीर आलम का होगा। आज राहुल गांधी को हमें बताना होगा कि हम हिंदू बंटने वाले नहीं है। हम एक हैं। हिंदू एक रहेंगे तो कुछ भी कर सकते हैं। 500 साल बाद राम मंदिर बना कि नहीं। अगर हिंदू एक साथ रहेंगे तो भारत विश्व गुरु बन सकते हैं। और हमारा सनातन संस्कृति भी बचेगा लेकिन हिंदू बंटेगा तो आलमगीर आलम और इरफान अंसारी जैसे लोग राज करेंगे। आलमगीर आलम के घऱ से 35 करोड़ रुपया मिलता है।