द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड के धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड में हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने इस सिलसिले में जेल आईजी को तलब किया है। हाईकोर्ट ने साथ ही राज्य सरकार को यह बताने के लिए कहा है कि जेल में हथियार कैसे पहुंचा? गौरतलब है कि रविवार को धनबाद मंडल कारा में धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में अभियुक्त गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अमन सिंह को 6 गोलियां मारी गई जिनमें से 4 पेट में और 2 सिर में लगी थी। चिकित्सकों का कहना है कि 2 गोलियां सिर के आर-पार हो गई थी।
आईजी स्तर के तीन अधिकारियों को जांच का जिम्मा
इस मामले में आईजी स्तर के 3 अधिकारियों को जांच का जिम्मा मिला है। अधिकारी जांच करेंगे कि जेल में हथियार कैसे पहुंचा। इधर, कभी अमन सिंह के खास रहे अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। एक ऑडियो मैसेज जारी कर आशीष रंजन ने कहा कि मैंने ही अमन सिंह की हत्या कराई है। आशीष रंजन ने कहा कि जिस व्यक्ति ने हत्या की है वह पुलिस के सामने मेरा ही नाम लेगा। आशीष रंजन ने कहा कि मैंने अमन सिंह को अपना बड़ा भाई माना था लेकिन उसने चंद पैसों की खातिर मेरी हत्या की साजिश रची थी। छोटू ने यह भी कहा कि मैं काफी समय पहले से उसकी हत्या की प्लानिंग कर रहा था लेकिन मौका नहीं मिला।
धनबाद जेल को अपने लिए सुरक्षित मानता था अमन
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अमन सिंह को दुमका जेल ट्रांसफर किया जा रहा था तब उसने चिल्लाकर कहा था कि मुझे मरवाने की साजिश के तहत ट्रांसफर किया जा रहा है। वह, धनबाद को अपने लिए सुरक्षित मानता था लेकिन यहीं उसकी हत्या हो गई। जेल में हथियार कैसे पहुंचा यह जांच का विषय है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने विधि-व्यवस्था को लेकर हेमंत सोरन सरकार की आलोचना की है। उन्होंने भी जेल में हथियार उपलब्ध होने पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त था
बता दें कि मूलरूप से यूपी का रहने वाला गैंगस्टर अमन सिंह झारखंड के अलग-अलग थानों में दर्जनों मामलों में अभियुक्त है। वह, धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त है। 21 मार्च 2017 को नीरज सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। चार्जशीट में उल्लेख है कि अमन सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर नीरज सिंह की गाड़ी को घेरकर 100 राउंड फायरिंग की थी। घटना में नीरज सिंह को कुल 27 गोलियां लगी थी।