रांची
सीएम हेमंत सोरेन ने आज आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राज में पिछड़ों का आरक्षण 27% से घटाकर 14 % कर दिया गया। बाबूलाल के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने पिछड़ों के हक साथ गद्दारी की। उनके विश्वास का गला घोंटा। हेमंत ने आगे कहा, जब हमने पिछड़ों का आरक्षण 14% से बढ़ा कर 27% किया, आदिवासियों का आरक्षण 28% तक बढ़ाया, दलितों का आरक्षण 12 % तक बढ़ाया तो सबसे पहले और सबसे अधिक विरोध बीजेपी ने किया। हेमंत ने कहा कि ऐसी बीजेपी और बाबूलाल को लोगों को पहचनाना चाहिये।
हेमंत ने आगे भाजपा द्वारा झामुमो-कांग्रेस सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को "प्रोत्साहित" करने का आरोप लगाने पर कहा, "घुसपैठ, जनसांख्यिकी और बहुत कुछ, इन सभी मुद्दों के लिए कौन जिम्मेदार है? वे, भाजपा के लोग हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण के लिए ऐसे एजेंडे लाने की कोशिश करते हैं। यह उनका लोकप्रिय ब्रांड है। झारखंड में भी ये लोग कर रहे हैं। कहा कि इनके एक सह चुनाव प्रभारी और असम के सीएम को असम और मणिपुर में आदिवासियों की समस्या नही दिखाई देती। यहां आकर आदिवासी हितैषी होने का दावा कर रहे हैं।