द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। सोमवार को ईडी ने सीएम सोरेन को 27 से 31 जनवरी के बीच फिर से अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। ईडी ने शनिवार को यानी 20 जनवरी को सीएम आवास पर ही सोरेन का बयान दर्ज की थी। कड़ी सुरक्षा के बीच पहली बार की पूछताछ में ईडी करीब 7 घंटे तक सोरेन से सवाल करती रही और उनका बयान लेती रही। ईडी की पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने आवास से बाहर निकलकर वहां मौजूद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘मैं झुकने वाले नहीं हूं। हमने झारखंड लड़ कर लिया है। इसे षड़यंत्रकारियों के हाथ में नहीं जाने देंगे। हम इनके कारवां में आखिरी कील ठोकेंगे। आप इसी धैर्य और संयम के साथ डटे रहें. हम आप सभी के आभारी हैं।’
ईडी की ओर से यह पूछताछ ऐसे समय में की गई जब वो सोरेन को 7 समन जारी कर चुकी थी। 7 बार समन जारी होने के बाद सोरेन ने चिट्ठी लिखकर ईडी के अधिकारियों से उनके आवास पर आकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा था। ईडी जिस समय सोरेन से पूछताछ कर ही थी उस समय सोरेन सरकार में शामिल सत्ताधारी सभी विधायकों और कैबिनेट मंत्रियों को रांची में रहने का निर्देश दिया गया था। सीएम आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी नजर आई थी।
सीआरपीएफ पर जबरदस्ती घुसने का आरोप
ईडी की पूछताछ के बाद सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रविवार को आरोप लगाया कि सीआरपीएफ के लगभग 500 जवानों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास में उस समय बिना अनुमति के घुसने की कोशिश की. झामुमो ने कहा कि सीआरपीएफ की ओर से यह कोशिश तब की गई जब ईडी के अधिकारी सोरेन से पूछताछ कर रहे थे। पार्टी ने मामले की जांच की मांग भी की।