द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार रात 10:40 बजे अपने सोशल मीडिया एकांउट पर पोस्ट साझा करते हुए खेलो इंडिया स्कीम पर सवाल उठाया है। पोस्ट में उन्होंने कहा कि झारखंड को सिर्फ 9.63 करोड़ आवंटित किए गए हैं, जो सरासर अन्याय है। साथ में हेमंत सोरेन ने इस योजना के तहत राज्यों को आवंटित राशि की लिस्ट भी शेयर की है। इसमें यह साफ दिख रहा है कि झारखंड को गोवा के बाद सबसे कम राशि मिली है। गोवा को 4.24 करोड़ राशि जबकि झारखंड को 9.63 करोड़ राशि प्रदान किया गयी है। हालांकि लिस्ट को देखकर यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि यह किस वित्तीय वर्ष का है। लिस्ट में बस राज्यों के नाम के साथ आवंटित राशि की जानकारी दी गई है, और साथ में एक जगह पर हॉकी का चिन्ह है।
झारखंड को मात्र 9 करोड़।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 9, 2024
राज्यों में सबसे छोटे गोवा के बाद - सबसे कम
यह सरासर अन्याय नहीं तो फिर क्या है ? https://t.co/VvDP7sbLxV
वहीं, लिस्ट से यह स्पष्ट हो रहा है कि सबसे ज्यादा राशि गुजरात (426.13 करोड़) और उसके बाद अरुणाचल प्रदेश (148.91करोड़) को दी गयी है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर यह सवाल उठाया जा रहा है कि गुजरात सरकार को इतनी अधिक राशि दी जाती है, जबकि शायद ही वहां का कोई खिलाड़ी ओलंपिक में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर पा रहा है। जबकि हरियाणा और मणिपुर जैसे राज्य के खिलाड़ी जो अच्छा प्रदर्शन करते है उन्हें सिर्फ 66.59 करोड़ और 46.71 करोड़ मिले है।