द फॉलोअप डेस्कः
आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के लाखों महिलाओं के खाते में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि ट्रांसफर की गई। आज का कार्यक्रम हजारीबाग के नगवां स्थित सिंदूर मैदान में आयोजित किया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम बस ये जानना चाहते हैं कि यहां जो महिलाएं आई हैं 7 जिलों से कि आपको यह मंईयां सम्मान योजना अच्छा लगा या नहीं। मात्र 14-15 दिनों में 42 लाख से अधिक महिलाओं को मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से जोड़ा है। इतनी तेजी से महिलाएं इससे जुड़ रही है। ये तो 21 साल से 49 साल की महिलाओं को हमने इससे जोड़ा है। इसके अलावा बुढ़े-बुजुर्गों को हम पेंशन दे रहे हैं। उसमें भी लगभग राज्य में 35 लाख से अधिक बुढ़ा-बुजुर्ग को पेंशन मिल रहा है। आप इससे अंदाजा लगाइए कि किसी घर में तीन महिलाएं है तो साल में 36 हजार जाएगा। साथ में 2 बूढ़ा-बूढ़ी है तो 24 हजार उसका भी। यानि कुल मिलाकर 60 हजार जा रहा है एक-एक घऱ में। हमको नहीं लगता है कि झारखंड का कोई घर ऐसा बचा होगा जहां सरकार की योजना नहीं पहुंची है। इस राज्य की आधी आबादी है जिन्होंने हमें सरकार बनने से लेकर आज तक हमारे साथ खड़ी रही है। आज उन्हीं आधी आबादी को अपने पैरों पर खड़ा करने का संकल्प हमने लिया है। इसलिए बेटी के जन्म से लेकर मरने तक कुछ ना कुछ योजना हम लेकर आए हैं।
सीएम हेमंत ने कहा कि ये राज्य गरीब है। इस राज्य में सामाजिक सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए थी। लेकिन राज्य अगल होने के बाद हमारे विपक्षियों ने जो सरकार चलाया उसमें सामाजिक सुरक्षा में ध्यान ना देकर व्यपारियों की सुरक्षा में लगे रहे। इस राज्य के किसानों का ऋण माफ करने का उनके पास पैसा नहीं था। बुढ़ा बुजुर्ग को पेंशन देने का पैसा नहीं था। यहां के महिलाओं को पेंशन देने के लिए पैसा नहीं था लेकिन अपने व्यापारियों का लाखों-करोड़ो माफ करने का पैसा इनके पास था। यहां के लोगों को ना राशन मिला, ना पैसा, ना रोजगार। आपको याद होगा 2019 से पहले जब डबल इंजन की सरकार थी। हाथ में राशन कार्ड लेकर भात-भात करके लोग मरता था। कोरोना जैसा महामारी आया सब कुछ बंद हो गया। ऐसे स्थिति में भी हमने एक भी व्यक्ति को भूखा नहीं मरने दिया। हमारे यहां अस्पताल की स्थिति अच्छी नहीं थी। डॉक्टरों की स्थिति ठीक नहीं थी। कोई बढ़िया अस्पाताल गांव देहात में नहीं थी। फिर भी हमने कोई अफरा तफरी नहीं होने दिया। वहीं पड़ोस की राज्यों में आपने देखा कि कैसे लोग मर रहे थे। उसको जलाने के लिए लकड़ी खत्म हो गया था। दफनाने के लिए मिट्टी खत्म हो गया था। वैसे वक्त में भी हमने हवाई जहाज से, ट्रेन से बस से ढोकर के आपके घऱ तर पहुंचाने का काम करते थे। इसी दौरान हमारे दो-दो मंत्री इस राज्य की जनता की सेवा करने में हमसे दूर चले गये।
आज इस महिला सम्मान योजना जिस विभाग की ओर से चलाया जा रहा है उस विभाग की मंत्री हमारे बीच बैठी हैं। ये स्वर्गीय जगरनाथ महतो की पत्नी हैं। जिनके पति को कोरोना निगल गया। आज उन्हीं की पत्नी ने अपने विभाग से महिलाओं को सम्मान देने का काम किया। हमालोग शुरू से परेशानियों से घिरे रहे है। राज्य का खजाना खाली था ऐसे विपरित परिस्थिति में भी राज्य को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का काम हमने किया। भाजपा के लोगों ने 18-20 साल राज किया। ये लोग मेरे पीछे षडयंत्र रचते रहे। झूठा आरोप में इन लोगों ने कोर्ट कचहरी करके मुझे जेल में डाल दिया। वहां 5-6 महीना रहने के बाद आज हम आपके बीच खड़े हैं। ये लोग को लगता है आदिवासी कमजोर और मुर्ख होता है। इनलोगों को लगता है कि ये लोग को डराओ धमकाओं तो कोर्ट कचहरी पुलिस करा दो तो ये लोग कभी आवाज उठा नहीं सकता। लेकिन इनकी गलतफहमी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने दूर कर दिया । हमारे ऊपर लगे आरोप झूठ निकले और आज हम कोर्ट के आदेश से आपके सामने खड़े हैं।
किसानों के ऋण माफी की बात करे, महिलाओं को सम्मान देने की बात करे, या बूढ़ा बुजुर्ग को लाठी पकड़ाने की बात करे। या आने वाली पीढ़ी के लिए को मार्गदर्शन करने की योजना हो उनको सावित्रिबाई फुले योजना से आच्छादित किया। अब अपनी बेटियों की शादी आप जल्दी मत कीजिए अब आपलोग अपने बेटे-बेटी को पढ़ाईए। जिसे पढ़ाने का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। गुरुजी क्रेडिट कार्ड हमने लागू किया है जिससे हम गरीब बच्चों को 15 लाख रुपया बिना किसी गारंटी का हम बैंक से दिलवाएंगे। आज नीति निर्धारण करने वाले इस राज्य के लोग बहुत कम है। हम ऊपर चढ़ने का कोशिश करते हैं तो हमारा टांग खींचने का कोशिश करता है। आज मैं सुनने आया हूं कि हमारा ये मंईयां सम्मान योजना चलना चाहिए की नहीं। सीएम हेमंत ने आगे कहा कि यहां के नेताओं से राज्य नहीं संभल रहा है तो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, असम से नेताओं को बुलाकर यहां हिंदू-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाई-अगड़ा-पिछड़ा करके जहर घोलने का काम कर रहा है। आने वाले समय में हम हर घर में 1-1 लाख रुपया पहुंचाने का कोशिश करेंगे। योजनाएं हमने बहुत चलाई है। हमारे विपक्षियों को ये पचता नहीं है कि सरकार इतना बेहतरीन काम कर रही है। इसलिए अपना बैद्धिक ताकत का इस्तेमाल करके, इनके पास पढ़े लिखे लोग बहुत है। वकील जज इनके दोस्त यार हैं। बड़े-बड़े पदाधिकारी इनके दोस्त हैं। गरीब को झूठे केस मुकदमे में फंसाकर उनके कामों में रोड़ा डालते हैं।