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खनन घोटाला का आरोप लगाने वाले बताएं, झारखंड में किसकी हैं माइंस: हेमंत सोरेन

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चाईबासा:

साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले को लेकर विपक्ष के हमलों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि माइंस किसके हैं। सीएम ने आरोपों को बेतुका बताते हुए यदि जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन देना और बच्चों को शिक्षा देना, किसानों को सशक्त और पारंपरिक व्यवस्था को मजबूत बनाने गुनाह है तो हम ऐसा हर दिन और हर मिनट करेंगे।

 

20 साल तक मखमल की खाट पर सोया विपक्ष!
चाईबासा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को 20 साल मखमल के खाट में सोने की आदत रही है, इसलिए आज उनको तकलीफ हो रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की राजनीतिक ताकत कमजोर हो चुकी है। बीजेपी पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया। सीएम ने कहा कि मेरे पीछे संवैधानिक संस्थाओं को इसलिए लगा रखा ताकि किसी तरह मुझे जेल भेजा जा सके।

 जेल भेजने का षड्यंत्र करोगे तो मजबूत होगा झारखंडी!
सीएम ने कहा कि जितना आप हमें जेल भेजने का षड्यंत्र करेंगे झारखंडी उतना ही मजबूत होगा और जवाब मांगेगा। उन्होंने कहा कि किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि अलग राज्य मिलेगा लेकिन यह साकार हुआ। किसी ने सपने में नहीं सोचा था कि आदिवासी मुख्यमंत्री बनेगा लेकिन आज बनकर आपके सामने खड़ा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 2 आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए लेकिन किसी का कार्यकाल पूरा नहीं होने दिया। सीएम ने बीजेपी को आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक विरोधी बताया। 
सरना धर्म कोड, 1932 के खतियान और ओबीसी आरक्षण का जिक्र करते हुए सीएम ने बीजेपी पर स्थानीय लोगों का हक-अधिकार छीनने का आरोप लगाया।