रांची
हेमंत सोरेन ने आज स्व जगन्नाथ महतो को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट किया है। कहा है कि वे सही मायने में टाईगर थे। डुमरी के टाईगर, टाईगर दा डुमरी के। हेमंत ने कहा, अनगिनत बार डुमरी के विकास को लेकर, डुमरी की योजनाओं को लेकर टाईगर दादा मुझसे घंटों बात करते थे और डुमरी की मांगों को मनवाए बिना कभी नहीं हटते थे। कहा, ऐसा लगता था मानो उनकी नसों में डुमरी बसा है। हर एक डुमरी वासी को शायद वे नाम से जानते होंगे। क्योंकि मीटिंग में वे लोगों की समस्या उनके नाम के साथ रखते थे। यह एक जन-प्रतिनिधि की सबसे खास बात होती है।
हेमंत ने आगे कहा है, कोरोना में जब विपक्ष के सभी नेता घर बैठ गए थे, तब अपनी जान की परवाह किए बिना टाईगर दा लगातार अपने क्षेत्र और झारखंडियों की सेवा में दिन-रात एक किए हुए थे। और इसी के फलस्वरूप समय से बहुत पहले टाईगर दा हमें विदा बोल गए। हंसमुख, हर दिल अजीज़, बड़े हृदय वाले टाईगर दा जैसा इंसान बहुत कम होते हैं। कहा, इस चुनाव में बड़े भाई के रूप में टाईगर दा की सलाह, उनका मार्गदर्शन, उनका साथ और उनका अपनत्व न होना बहुत खल रहा है। झारखंडियों की आदत है कि वे अपने अपनों को कभी नहीं भूलते। एक तारे के रूप में टाईगर दा हर एक झारखंडी और खासकर डुमरी वासियों को ज़रूर देख रहे होंगे। डुमरी के आंखों के तारे टाईगर दा को जोहार।