रांची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बालू की कालाबाजारी कर हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड की जनता से अघोषित लगान वसूल रही है। झारखंड के बालू पर मुंबई-दिल्ली के ठेकेदारों का आधिपत्य स्थापित हो चुका है। अपने गांव-घर के आसपास बहने वाली नदियों के बालू को ग्रामीण टकटकी लगाए देख रहे हैं। मरांडी ने आरोप लगाया कि सारा बालू बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़ जैसे पड़ोसी राज्यों में चला जा रहा है।
मरांडी ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि नीचे से लेकर उपर तक कमीशन खाने वालों की लालच के वज़ह से स्थिति इतनी विकराल हो चुकी है कि आम जनता अपने सपनों का घर बनाने के लिए भी बालू खरीदने में सक्षम नहीं है। आसमान छूती कीमतों की वजह से बालू आम जनता के पहुंच से बाहर निकल चुका है। ये स्थिति जल्द ही बदलेगी। बीजेपी की सरकार बनते ही राज्य के सभी बालू घाटों को माफियाओं और बाहरी ठेकेदारों के चंगुल से मुक्त करा के स्थानीय लोगों को सौंपा जाएगा।
वहीं, मरांडी ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि हेमंत सरकार शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। कहा, इन्हें केवल सत्ता से मतलब और सरोकार है। मरांडी ने आगे कहा, इस बात में कोई संदेह नहीं बचा है कि वर्तमान सरकार सिर्फ सत्ताधारियों की है। इनको सिर्फ सत्ता पर विराजमान रहने से मतलब है। इनके लिए शिक्षा संस्थानों में शिक्षकों की कमी से, शिक्षकों की नियुक्ति से कोई मतलब नहीं है। 8 महीने से इतिहास विषय के 28 लेक्चरों को अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। वह आज भी सरकार से अपने अधिकारों की भीख मांगने को विवश हैं।