देवघरः
राज्य सरकार ने हिंदी विद्यापीठ (देवघर) द्वारा दिए किसी भी डिग्री, प्रमाण पत्र को 29.06.2014 की तिथि से किसी भी नियुक्ति,प्रोन्नति के लिए मान्यता नहीं दिए जाने का निर्णय लिया है। सरकार को सूचना मिली है कि अब भी हिंदी विद्यापीठ देवघर की डिग्री लेकर नौकरी पाये अधिकारी व कर्मचारी विभिन्न विभागों में काम कर रहे हैं।
ऐसे में निर्णय लिया गया है कि हिंदी विद्यापीठ (देवघर) से प्राप्त डिग्री के आधार पर कार्यरत पदाधिकारियों व कर्मचारियों को नये सिरे से चिह्नित किया जायेगा। कार्मिक सचिव वंदना दादेल ने इन कर्मियों को चिह्नित कर उनकी नियुक्ति-प्रोन्नति को रद करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
प्रमाण पत्र की मान्यता नहीं
बता दें कि कार्मिक विभाग ने भी इस बाबत साफ कह दिया है कि किसी भी सरकारी नियुक्ति अथवा प्रोन्नति के लिए हिंदी विद्यापीठ (देवघर) ने जो शैक्षणिक प्रमाण पत्र दिया है उसकी मान्यता नहीं है। चाहे वह पत्र 26.6.2014 के पहले का ही क्यों ना हो।
दीपक बिरूआ ने उठाया था आवाज ,गौरतलब है कि विधायक दीपक बिरूआ ने भी झारखंड विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न के जरिये यह मामला उठाया था और ऐसे संलिप्त पदाधिकारी व कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद कार्मिक विभाग ने ऐसे सभी कर्मियों को चिंहित्त करते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है।