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IHM के ग्रेजुएशन समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने की शिरकत, क्या कुछ कहा- हुबहू पढ़िए

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द फॉलोअप डेस्कः 
1. आज मुझे इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट केटरिंग टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड न्यूट्रिशन, रांची के ग्रेजुएशन समारोह के अवसर पर आप सबके बीच सम्मिलित ओकर अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है। यह स्नातकों एवं उनके परिजनों व शिक्षकों के साथ पूरे संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।

2. सर्वप्रथम, मैं उपाधिधारकों को उनकी उपलब्धि हेतु बधाई देता हूँ। आपने कड़ी मेहनत, समर्पण एवं अध्ययन के प्रति प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए अपनी डिग्री अर्जित की है। अब आपको अपने व्यावहारिक जीवन में विभिन्न चुनौतियों का कुशलतापूर्वक सामना करने हेतु तैयार रहना है। आप अर्थव्यवस्था के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक आतिथ्य क्षेत्र में अपने अर्जित ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण के साथ उत्कृष्टता हासिल करने के लिए सक्षम बनें। मुझे आशा है कि आप सभी ने यहाँ जो शिक्षा प्राप्त की है, वह निश्चित रूप से आपकी पेशेवर यात्रा में सहायक होगी। 

3. मुझे बताया गया है कि संस्थान ने अपनी स्थापना के 4 वर्षों के अंतराल में बड़ी सफलता अर्जित की है। मुझे यह जानकर खुशी है कि संस्थान को 2021 में “ Most Admired Hotel Management Institute of the year" से सम्मानित किया गया। यह वर्ष 2022 में "होनहार संस्थानों" श्रेणी में सरकारी होटल प्रबंधन संस्थानों में नंबर 1 स्थान पर रहा। वर्ष 2023 में यह शीर्ष होटल प्रबंधन संस्थानों में सूचीबद्ध है। इसके अतिरिक्त, संस्थान के उल्लेखनीय उपलब्धि में से एक "इंटरनेशनल मिलेट ईयर 2023" को बढ़ावा देने हेतु झारखंड में स्थानीय मडुआ चिल्का' के क्षेत्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की सूची में दर्ज होना है। मुझे यह जानकर हर्ष है कि संस्थान निरंतर अपने सभी विद्यार्थियों को 100% प्लेसमेंट प्रदान करने में सक्षम रहा है। संस्थान के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि इसके विद्यार्थी न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में चयन किए जाते हैं।

5. प्रिय विद्यार्थियों, आप पर समाज में सकारात्मक प्रभाव स्थापित करने की जिम्मेदारी है। आतिथ्य क्षेत्र में लोगों को एक साथ लाने, अविस्मरनीय अनुभव बनाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की शक्ति निहित है। आतिथ्य पेशेवर के रूप में, आपके समक्ष लोगों के जीवन में बदलाव लाने एवं हमारे समाज में सद्भाव को बढ़ावा देने का अवसर है। में आपसे आग्रह करूंगा कि आप हमारे राज्य और देश में आतिथ्य क्षेत्र के विकास के लिए अपने कौशल और ज्ञान का उपयोग करें। आतिथ्य हमारी अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और इसका विकास व सफलता आपके महत्वपूर्ण योगदान पर निर्भर है।

6. जैसा कि आप अपने करियर की शुरुआत करते हैं, याद रखें कि आप न केवल अपना प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, बल्कि आईएचएम रांची और हमारे झारखंड राज्य का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आप हमारे आतिथ्य के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं और इसकी प्रतिष्ठा को बनाए रखने की जिम्मेदारी आपकी है।

 

7. आज हमारा देश पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशिष्टता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है हमारे देश में सुहावने मौसम नदियां जंगल द्वीप पहाड़ और पठार आदि विभिन्न प्राकृतिक विशेषताएं हैं जो देश विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी हमारा देश अत्यंत समृद्ध है पर्यटन की सफलता आतिथ्य क्षेत्र के विकास के साथ-साथ सुविधाओं पर्यटकों के प्रति व्यवहार और शिष्टाचार पर भी अधिक निर्भर करती है 
8. हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अतुल्य भारत अभियान को बढ़ावा देने और देश में पर्यटन के विकास हेतु महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं अतुल्य भारत अभियान भारत में पर्यटन के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल कर रहा है या अभियान हमारे देश के विभिन्न हिस्सों को एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थान के रूप में सफलतापूर्वक अवगत करा रहा है जिससे विदेशी पर्यटक की संख्या में वृद्धि हो रही है
9.G20 अध्यक्षता वर्ष में, हमारे देश ने 50 से अधिक शहरों में कई बैठकों की मेजबानी की है। इसके माध्यम से कई देशों के G20 प्रतिनिधियों को भारत की समृद्ध विविधता और सांस्कृतिक विरासत को देखने समझने व अनुभव करने का अवसर प्राप्त हुआ। हमारे देश की जी20 अध्यक्षता का विषय 'वसुधैव कुटुम्बकम' प्राचीन भारतीय विरासत की नींव एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य का प्रतीक है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का कहना है कि "भारत की G20 अध्यक्षता एकता की इस सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करेगी।

10 लोगों की बढ़ती आर्थिक समृद्धि भी आधुनिक युग में पर्यटन को व्यवसाय बनाने में प्रमुख भूमिका निभाती है। अलग-अलग देशों के लोग दुनिया के दूसरे देशों में जाकर उनकी सभ्यता और संस्कृति को निकट से देखते व समझते हैं । यहाँ, मैं उल्लेख करना चाहूँगा कि हमारे देश में "अतिथि देवो भव:" का अहम व प्रभावी विचार आरंभ से रहा है। यह भावना और दृष्टि ने देश के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। I

11. में पर्यटन विभाग एवं इस संस्थान की पूरी टीम को इन भावी आतिथ्य लीडर्स को तैयार करने हेतु बधाई देता हूँ। में, पुनः सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देता हूँ कि आप में से हर एक अपने जीवन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें।