द फॉलोअप टीम, रांची
झारखंड निर्माण के 23 वर्षों के इतिहास में जब जब भाजपा की सरकार बनी प्रदेश में विकास के कार्य हुए और कांग्रेस जेएमएम की सरकार में लूट खसोट, भ्रष्टाचार हुआ है। पौने चार साल के हेमंत सरकार में झारखंड का विकास तो नहीं हुआ बल्कि क़ानून व्यवस्था चौपट हो गई। प्रत्येक दिन पांच से ज़्यादा हत्या, दुष्कर्म, अपहरण की घटना से झारखंड भयभीत है। ये बातें संकल्प यात्रा के तीसरे चरण के दौरान बड़कागांव में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कही है। उन्होंने कहा कि जिस पुलिस को क़ानून व्यवस्था ठीक करना था वे हेमंत सरकार के इशारे पर वसूली और हेमंत सरकार के ख़िलाफ़ बोलने वालों पर केश करने में व्यस्त हैं। जबकि भाजपा की सरकार में अपराधी थर-थर कांपती थी। उन्होंने कहा कि जब तक झारखंड अपराध मुक्त नहीं होगा तब तक उद्योग धंधे नहीं लग सकते हैं।
प्रधानमंत्री के भेजे हुए राशन की कालाबाजारी हो रही
बाबूलाल ने हेमंत सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि अंचल ब्लॉक और ज़िला के सरकारी कार्यालयों में बिना पैसे दिये कोई काम नहीं होता है। मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में भी पैसे देना पड़ रहा है। राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए घुस देना पड़ता है। सरकारी पदाधिकारियों को मोबाइल रिचार्ज की तरह पद पर बने रहने के लिए हेमंत सरकार को रिचार्ज करना होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ग़रीबों के लिये राशन भेजते हैं उसकी भी कालाबाज़ारी होती है।
हिम्मत है तो ED के सवालों का करे सामना
ED की मुद्दे पर सीएम हेमंत सोरेन को घेरते हुए कहा कि हेमंत है तो हिम्मत की नारा देने वाले आज ED के डर से भाग रहे हैं। हिम्मत है तो ED के सवालों का मुख्यमंत्री को सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डर से लाखों के महंगे वकील का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि नाम बदल बदल कर ज़मीन लेने वाले सोरेन परिवार ने कई गड़बडी किया है, इनके पास बेनामी संपत्ति है। उन्होंने कहा कि हेमंत साईरन पिछड़ों के नाम पर झूठी राजनीति करते हैं। पंचायत चुनाव में पिछड़ों के आरक्षण को नज़र अन्दाज़ कर चुनाव कराया। कोर्ट के आदेश के बावजूद ट्रिपल टेस्ट अब तक नहीं कराया जा सका है।