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बोकारो की शांभवी को Goggle ने दिया 55 लाख का पैकेज, पिता ने बताया; कैसे मिली सफलता

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द फॉलोअप डेस्क

बोकारो थर्मल की रहने वाली शांभवी शांडिल्य ने पूरे जिले का नाम रौशन किया है। दरअसल, थर्मल निवासी डीवीसी कर्मचारी अश्विनी कुमार मिश्रा और वंदना मिश्रा की बेटी शांभवी शांडिल्य की नौकरी गूगल में लगी है। शांभवी का प्लेसमेंट 55 लाख रुपए के पैकेज पर हुआ है। जुलाई 2024 से शांभवी बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेंगलुरु का गूगल ऑफिस ज्वॉइन करेंगी।

शांभवी आईआईटी ग्वालियर से कर रहीं एमटेक
आपको बता दें शांभवी की शुरुआती पढ़ाई बोकारो थर्मल के कार्मेल स्कूल से हुई थी। उन्होंने मैट्रिक में 94.8 फीसदी अंक प्राप्त किया था। शांभवी ने 12वीं की पढ़ाई सेंट्रल एकेडमी कोटा राजस्थान से की है जहां उन्होंने 93.8 अंक प्राप्त किए थे। शांभवी ने IIT ग्वालियर से इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक किया। इसके बाद एमटेक कर रही हैं, जो कि मई 2024 में पूरा हो जायेगा।

गूगल में 2 बार इंटर्नशिप कर चुकी हैं शांभवी
पढ़ाई के दौरान छात्रों को इंटर्नशिप करना होता है। इस दौरान शांभवी ने अपना इंटर्नशिप 2 बार गूगल से ही किया था। शांभवी ने अपनी सफलता में अपने माता पिता का बढ़ा योगदान बताया है। शांभवी की कामयाबी से खुश पिता अश्विनी कुमार मिश्रा ने कहा कि बेटी ने बहुत मेहनत की। वह अनुशासित भी रही और कभी खुद को लक्ष्य से भटकने नहीं दिया।