रांचीः
रांची के पिठोरिया की रहने वाली एक लड़की को 3 आरोपी शादी के नाम पर झांसा देकर हरियाणा ले जा रहे थे। तभी बोकारो स्टील सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर एक लड़की दौड़ती दिखाई पड़ी। युवती के पीछे तीन लोग मोबाइल चोर का शोर मचाते हुए भाग रहे थे। शोर सुनकर आरपीएफ जवानों ने तुरंत युवती को पकड़ लिया। तीन युवकों को भी आरपीएफ ने रोका। पूछा क्या बात है तो तीनों लड़की को चोर कहने लगे। हालांकि मामले की पोल खुलते देर नहीं लगी।
गांव के युवक ने धोखा दिया
रेलवे सुरक्षा बल बोकारो पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर राज कुमार साव ने बताया कि 11 मई की शाम हटिया-आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन बोकारो स्टेशन पर आकर रूकी उसी समय का यह मामला है। इस दौरान 23 वर्षीय उक्त युवती ने बताया कि वह मोबाइल चोर नहीं है। जो लोग उसका पीछा कर रहे हैं वह उसे हरियाणा ले जा रहे हैं। उसके पिता का देहांत हो चुका है। मदद के नाम पर उसे गांव के ही एक परिचित युवक जमील ने बेच दिया। उसने इन तीनों के हाथों उसे रांची रेलवे स्टेशन पर लाकर सौंप दिया था। तीनों एक युवक से शादी कराने के लिए उसे ले जा रहे थे।
सभी आरोपी गिरफ्तार
लड़की ने बताया कि ट्रेन रुकने पर वह मौका देखकर भाग निकली तो आरोपित उसे पकड़ने के लिए उसके पीछे शोर मचाते हुए भागने लगे। युवती की शिकायत पर आरपीएफ की टीम ने मौके पर मौजूद रोहाना असोलीपथ, हरियाणा निवासी 54 वर्षीय बलवीर सिंह, फतेहौरी निवाड़ा झज्जर, हरियाणा निवासी 56 वर्षीय रामपाल और उसके पुत्र 25 वर्षीय सचिव को गिरफ्तार कर लिया। जब आरपीएफ की टीम ने पूछताछ की तो इन्होंने सारा सच उगल दिया। बताया कि युवती के गांव में रहने वाले जमील को उन लोगों ने 40 हजार रुपये से अधिक की रकम का भुगतान कर उस युवती को खरीदा था। रामपाल ने बताया कि युवती की शादी उसे अपने बड़े बेटे के साथ करवानी थी। इसलिए वह लोग उसे खरीदकर ले जा रहे थे।