द फॉलोअप डेस्क
गिरिडीह में इंटर साइंस की परीक्षा में उत्क्रमित +2 उवि छोटकी खरगडीहा, बेंगाबाद की साक्षी कुमारी 473 अंक लाकर जिला टॉपर बनीं है। वहीं कॉमर्स में उत्क्रमित +2 उवि धनवार की सेजल कुमारी 456 अंक लाकर जिला टॉपर बनी है। साइंस में 471 अंक लाकर उत्क्रमित +2 उवि बिसनीटीकर, गावां की सोनम कुमारी जिले की सेकेंड और 463 अंक लाकर +2 अग्रवाला उवि तिसरी के सोनू कुमार वर्णवाल जिले के थर्ड टॉपर रहे। कॉमर्स में 450 अंक लाकर झारखंड कॉमर्स इंटर कॉलेज डुमरी की दिव्यांशी रानी जिले की सेकेंड व 448 अंक लाकर लंगटा बाबा +2 उवि मिर्जागंज जमुआ के अंकित कु गुप्ता जिले में थर्ड टॉपर रहे।
दोनों स्ट्रीम में बेटियां बनीं टॉपर
जैक द्वारा जारी इंटर साइंस व कॉमर्स दोनों स्ट्रीम में बेटियां टॉपर रहीं। इस साल हुए मैट्रिक की परीक्षा में भी बेटी ही टॉपर रही थी। जिला टॉपर बनकर बेटियों ने यह बता दिया है कि वह अब बेटों से आगे निकल रही है। हालांकि साइंस के जिला टॉप टेन में लड़कों का दबदबा रहा। साइंस में जिले के टॉप 10 में कुल 17 छात्र-छात्राओं ने जगह बनाई है। जिसमें 11 लड़के व 6 लड़कियां हैं। कॉमर्स के टॉप 10 में कुल 10 छात्र-छात्राएं है। जिसमें 5 लड़के व 5 लड़कियां है। ज्ञात हो कि साइंस में गिरिडीह जिला ने पिछले साल की तुलना में रैकिंग में छलांग लगाई है। साइंस में गिरिडीह जिला 82.74% रिजल्ट के साथ राज्य में 5वें स्थान पर है। पिछले साल साइंस में गिरिडीह 79.01% रिजल्ट के साथ 7वें स्थान पर था। वहीं कॉमर्स में पिछले साल की तुलना में इस साल गिरिडीह जिला रैकिंग में एक स्थान नीचे चला गया है। इस साल कॉमर्स में गिरिडीह जिला 93.29% रिजल्ट के साथ राज्य में 10वें स्थान पर है। वहीं पिछले साल कॉमर्स में 93.63% रिजल्ट के साथ गिरिडीह जिला 9वें स्थान पर था।
सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहती है साक्षी
इंटर साइंस की परीक्षा में 473 अंक लाकर जिला टॉप और राज्य में चौथा स्थान प्राप्त करनेवाली उत्क्रमित प्लस टू हाई स्कूल छोटकी खरगडीहा की साक्षी गुप्ता आगे चलकर यूपीएससी करना चाहती है। वह सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहती है। साक्षी गुप्ता छोटकी खरगडीहा निवासी दिनेश कुमार गुप्ता और सरिता देवी की बेटी है। साक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, खरगडीहा उवि के प्राचार्य व गुरुजनों को दिया है। उसने कहा कि इंटर साइंस की परीक्षा को उसने चुनौती के रूप मे लिया था और निष्ठा के साथ मेहनत की। उसे अपने मेहनत पर पूरा विश्वास और भरोसा था।