गढ़वाः
गढ़वा (Garhwa) में विशेष समुदाय के लोगों की मनमानी का एक मामला सामने आया था। यहां मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक युगेश राम (Yugesh Ram) पर दबाव देकर कहा गया कि स्थानीय स्तर पर हमारी आबादी 75 प्रतिशत है, इसलिए नियम भी हमारे अनुरूप बनाने होंगे। स्कूल की प्रार्थना भी हमारे हिसाब से होगी। आलम ये है कि प्रधानाध्यापक को स्कूल में प्रार्थना को बदलने के लिए विवश कर दिया गया। इस पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि यह हेमंत सरकार की तुष्टीकरण नीति का ही असर है।
जगन्नाथ महतो गलत बयानी कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि इसी सरकार में हिंदू फल दुकान लिखने पर लोगों को जेल भेज दिया जाता है और आईएएस अफसर खुलेआम खुद को मुसलमान होने का दम्भ भरते हैं। उर्दू को जनजातीय भाषा में शामिल किया जाता है और हिंदी को मुख्य परीक्षा की सूची से हटा दिया जाता है। गढ़वा स्कूल के मुद्दे पर जगन्नाथ महतो गलत बयानी कर रहे हैं। प्रार्थना पद्धति में बदलाव पिछले 5 महीने में आया है ना कि 5 वर्षों में।