द फॉलोअपड डेस्क
झारखंड के धनबाद का गैंगस्टर प्रिंस खान रंगदारी और अन्य ब्लैक मनी को दुबई मंगवाने के लिए किराये पर बैंक खाते लेता था। इसके साथ ही वो लोगों के आधार कार्ड और उनके आईडी का इस्तेमाल नये बैंक खाते खुलवाने के लिए करता था। इनके लिए भी वो अलग से पैसे देता था। पुलिस ने बताया है कि गैंगस्टर प्रिंस खान का मामला अब साइबर क्राइम से जुड़ रहा है। बहरहाल, बैंक खातों को किराये पर लेने का खुलासा प्रिंस खान के गुर्गे बीर सिंह ने किया है। बता दें कि बीर सिंह को पुलिस ने पिछले दिनों दिल्ली से लगे गाजियाबाद से अरेस्ट किया है। बीर सिंह वही आदमी है जो दुबई में बैठे प्रिंस खान को रंगदारी के पैसे झारखंड से भेजता था। पैसों के ट्रांजेक्शन के मामले में पुलिस को मोना नाम की लड़की की भी तलाश है। बीर सिंह ही प्रिंस खान के पैसों का ट्रांजेक्शन करता है।
बीर सिंह ने क्या बताया पुलिस को
बीर सिंह ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि प्रिंस खान को पैसे की लेनदेन के लिए बड़ी संख्या में बैंक खातों की जरूरत पड़ती है। इसके लिए उसने एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर रखा है। इस नेटवर्क में अधिकतर लोग उसके परिचित और गरीब वर्ग के मजदूर लोग हैं। इनके नाम से उसने कई बैंक खाते खुलवा रखे हैं। इन बैंक खातों को खोलने के बाद इनको चालू रखने के लिए प्रिंस खान किराया देता है। साथ ही जिन लोगों के आधार कार्ड और आईडी का इस्तेमाल किया जाता है उनको अलग से पैसे दिये जाते हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रिंस खान इस मद में हर महीने लगभग चार लाख रुपये खर्च करता है। साथ ही बैंक अकाउंट खोलने वाले एजेंट को प्रति अकाउंट 3000 रुपये देता है।
पुलिस ने 100 बैंक खातों की पहचान की
पुलिस को दिये बयान में बीर सिंह ने बताया है कि बैंक अकाउंट दूसरे के नाम से खुलवाया जाता था। लेकिन पासबुक औऱ एटीएम वो खुद अपने पास रखता था। कई बैंक अकाउंट उसने खुद खुलवाये हैं। इसके लिए प्रिंस खान उसे भी प्रति खाता 3000 रुपये देता था। बीर सिंह के बयान के बाद पुलिस ने ऐसे 100 बैंक खातों की पहचान की है। इन सभी अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है। पुलिस इन बैंक खातों की डिटेल खंगाल रही है।