बोकारोः
कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि बिहार में फर्जी थाना चलाया जा रहा था, लेकिन अब झारखंड के बोकारो से खबर आ रही है कि बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के नाम से संचालित फर्जी बैंक चलाया जा रहा था। बोकारो पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। दरअसल जहां यहा बैंक चलाया जा रहा था उसी के मकान मालिक ने संदेह होने पर थाना में शिकायत की थी। जिसके बाद सुभाष चौक पर दत्ता कांप्लेक्स में बैंक ऑफ इंडिया की फर्जी शाखा का खुलासा हो सका।
ठगी का शिकार होने से बचे
इस गिरोह का खुलासा होने से सैकड़ों लोग ठगी का शिकार होने से बच गये हैं। पुलिस ने ठग गिरोह के एक सदस्य चास के आदर्श कालोनी निवासी कुंदन तिवारी और बोकारो सेक्टर 12 निवासी वरुण कुमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कई कागजात भी जब्त किए हैं। मकान मालिक तपन दत्ता के लिखित बयान पर गिरोह के सरगना दिलीप महतो, वरुण कुमार, श्यामलाल महतो व कुंदन तिवारी समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। थाना प्रभारी चंचल कुमार ने बताया कि मकान मालिक की सूझबूझ से इस गिरोह का भंडाफोड़ हो गया है। आरोपियों में कुंदन तिवारी और वरुण को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया साथ ही अन्य की तलाश व अनुसंधान जारी है।
क्या है मामला
मकान मालिक तपन दत्ता ने बताया है कि दिलीप महतो ने बैंक खोलने के लिए पंद्रह हजार रुपये प्रति माह किराया पर उनका मकान लिया था। 10 अगस्त से लगातार कई लोग अधिकारी बनकर आते थे, जिसमें दिलीप महतो स्वयं को शाखा प्रबंधक बताता था। जब मैने दिलीप महतो से किराया मांगा तो उसने इकरारनामा के बाद किराया देने की बात कही। तब उनको शक हुआ। तब उन्होंने बैंक के स्वीकृति पत्र की मांग की। इस पर दिलीप महतो आनाकानी करने लगा। अचानक से 20 अगस्त को दिलीप महतो ने चास निवासी कुंदन तिवारी को मकान खाली करने के लिए भेज दिया, इससे उनका संदेह और बढ़ गया। तब जाकर उन्होंने पुलिस को सूचित किया।