रांची:
झारखंड पुलिस के जवान भी आंदोलन के मूड में हैं। अलग-अलग स्त्रोतों से मिल रही जानकारी के मुताबिक राज्य के 55 हजार पुलिसकर्मी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की तैयारी में हैं। गौरतलब है कि झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन लंबे समय से जवानों के लिए बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहा। पुलिसकर्मियों की लंबित मांगों पर सरकार से 8 मार्च तक झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रतनिधियों के साथ मिलकर वार्ता करने को कहा गया है।
चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा आंदोलन
गौरतलब है कि जवानों की मांगों पर तय अवधि तक विचार नहीं किया गया तो झारखंड पुलिस के तकरीबन 55 हजार जवान अपनी बुनियादी मांगो को लेकर पुलिस मेंस एसोसिएशन की संघीय नियमावली के मुताबिक 9 मार्च से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की तैयारी में हैं।
पुलिसकर्मियों की मुख्य मांगें क्या-क्या हैं
जवानों की 19 प्रमुख मांग है। इसमें 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश, 1 माह के अतिरिक्त वेतन में त्रुटि, एसीपी और एमएसीपी में त्रुटि, सातवें वेतन के अनुरूप वर्दी, राशन धुलाई सहित अन्य भत्ते, जवानों के बेहत इलाज के लिए मेडिक्लेम, तनाव की वजह से होने वाली आत्महत्या को रोकने के लिए सार्थक पहल, जवानों की सुविधा तथा मनोबल बढ़ाना, नई वाहिनी और राज्य के कई जिलों में पुलिसकर्मियों का कार्यालय, पारिवारिक आवास भवन और बैरक का निर्माण मुख्य मांग है।
किस चरण में किस तरह से आंदोलन होगा
मिली जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण का आंदोलन 9 मार्च से 11 मार्च तक चलेगा। इसमें पुलिसकर्मी काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। द्वितीय तरण के आंदोलन में 21 मार्च को 1 दिन का सामूहिक उपवास रहेगा। 31 मार्च को 1 दिन का शांतिपूर्ण धरना, 14 अप्रैल से 5 दिनों के सामूहिक अवकाश की बात कही गई है। गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों की कई मांगें लंबे समय से लंबित है।