द फॉलोअप डेस्कः
रांची में भीषण गर्मी की वजह से एक तरफ जहां जल संकट गहराने के संकेत मिलने शुरू हो गये हैं रहा है। वहीं दूसरी तरह हर दिन हजारों गैलन पानी बर्बाद हो रहा है। जहां रांची नगर निगम पर्याप्त मात्रा में लोगों को पानी उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है वहीं हर दिन पानी की हो रही बर्बादी को रोकने में भी नाकाम है। हालांकि जुर्माना वसूली में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। शहरवासियों को पर्याप्त पानी कैसे मिले, इस पर किसी का ध्यान नहीं है।
पानी का रिसाव हो रहा गली
शहर के गली-मुहल्ले से लेकर सड़क किनारे जगह-जगह पाइप से पानी का रिसाव होने व अनावश्यक इस्तेमाल से रांची में हर दिन चार मिलियन गैलन पानी बर्बाद हो जाता है। पाइप लाइन से मिलने वाले पानी का प्रयोग बागवानी, वाहनों को धोने, मवेशियों के नहलाने समेत घर की सफाई में हर दिन काफी मात्रा में पानी को बर्बाद कर रहे हैं। हालांकि निगम के स्तर पर भी छोटे-छोटे लिकेज को दुरुस्त नहीं करने से पानी की बर्बादी हो रही है।
निर्माण कार्य से पाइप क्षतिग्रस्त होता है
दरअसल हर दिन शहर में हर दिन कहीं न कहीं निर्माण कार्य होता है। जिससे पाइप लाइन क्षतिगस्त होती है। ऐसे स्थिति में संबंधित क्षेत्र में तीन दिन तक जलापूर्ति ठप रहती है। कांटाटोली से मेकॉन चौक तक फ्लाईओवर एवं रातू रोड में एलिवेटेड रोड का निर्माण चल रहा है। दोनों मार्गों में खुदाई के कारण पाइप क्षतिग्रस्त होता रहता है। बूटी रोड में सड़क के चल रहे फोरलेन को लेकर व भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क के नीचे से गुजरी पाइप लाइन में आए दिन हैवी रिसाव होता रहता है। ऐसे में जलापूर्ति बाधित होती है।