द फॉलोअप डेस्कः
कमीशन घोटाले में जेल में बंद आलमगीर आलम के मंत्री पद से इस्तीफा के बाद इंडिया गठबंधन में सियासी हलचल तेज हुई है। आलमगीर की जगह मंत्री पद को लेकर दिल्ली में लॉबिंग तेज हुई है। पार्टी के विधायक पूरा जोर लगा रहे हैं। हालांकि मंत्री पद की रेस में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी सबसे आगे हैं। अल्पसंख्यक कोटे के मंत्री पद को पार्टी दूसरे को देने के मूड में नहीं है। वहीं दीपिका पांडेय सिंह प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की पहली पसंद हो सकती हैं। उन्हें कांग्रेस कोटे से मंत्री या फिर विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में दीपिका को गोड्डा से टिकट देने के बाद पार्टी ने वापस ले लिया था। इसका उनके या फिर उनके समर्थकों की ओर से कोई विरोध नहीं किया गया, जिसका लाभ उन्हें मंत्री या विधायक दल के नेता के पद के रूप में मिल सकता है। वहीं, आलमगीर के हटने के बाद पार्टी में विधायक इरफान अंसारी मुस्लिम चेहरा हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में अपने विधानसभा क्षेत्र जामताड़ा से गठबंधन प्रत्याशी को बड़ी बढ़त दिलायी थी।
केंद्रीय नेतृत्व इस मुद्दे पर जल्द ही फैसला लेगा। कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने सभी पहलुओं से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया है। केंद्रीय नेतृत्व इस संबंध में जल्द ही मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से बात कर कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा करेगी। कांग्रेस सूत्रों की माने, तो सप्ताह भर के अंदर इस मुद्दे पर फैसला हो जाने की उम्मीद है।
मंत्री पद को लेकर अनूप सिंह के नाम को कुछ लोगों ने आगे किया है। लेकिन पार्टी अल्पसंख्यक कोटे के मंत्री पद को इधर-उधर नहीं करना चाहती है। प्रभारी मीर आज रांची पहुंचेंगे। प्रदेश के नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेंगे। प्रभारी मीर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मिल कर पार्टी की भावना से अवगत करा सकते हैं। आलमगीर आलम ने विधायक दल के नेता पद से भी इस्तीफा दिया है। पार्टी विधायक दल के नेता को लेकर बाद में फैसला करेगी।