द फॉलोअप डेस्कः
जमीन फर्जीवाड़ा मामले मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईडी जांच कर रही है। सोमवार को ईडी ने 75.39 करोड़ रूपया की संपत्ति की अटैच किया है। इसमें सेना की 4.55 एकड़ जमीन जिसकी कीमत 41.51 करोड़ और हेहल अंचल के बजरा मौजा की 7.16 एकड़ जमीन जिसकी कीमत 32.87 करोड़ है उसे अस्थायी रूप से ईडी ने अटैच किया है। गौरतलब है कि फर्जी कागजात के आधार पर इस जमीन को बेचने के मामले में ईडी ने 13 अप्रैल को रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन सहित 18 लोगों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद 14 अप्रैल को सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। ईडी ने इसी मामले में 4 मई को छवि रंजन को भी गिरफ्तार कर लिया था।
आरोप पत्र दाखिल किया गया
बता दें कि आज ही ईडी ने जमीन फर्जीवाड़ा से जुड़े लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। ED ने PMLA कोर्ट में रांची के पूर्व डीसी समेत 10 अभियुक्तों के खिलाफ कम्प्लेन दाखिल किया है। ED के अधिकारी दस्तावेज लेकर न्यायलय पहुंचे थे। कम्प्लेन में ED ने कई साक्ष्य भी पेश किये हैं। इस जमीन खरीद-बिक्री मामले में अब तक पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, कथित रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान व मोहम्मद सद्दाम की गिरफ्तारी कर चुकी है। इधर कोलकाता के व्यावसाई अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को भी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। ईडी ने रविवार को अमित अग्रवाल से भी सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर कई सवाल पूछे, लेकिन उसने हर सवाल का गोल-मोल जवाब दिया।
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